नई दिल्ली। हाल ही में सूर्य पर एक विस्फोट (an explosion on the sun) के बाद अंतरिक्ष में सौर तूफान (solar storm in space) उठा। 14 मार्च से यह तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है और बृहस्पतिवार को हमारे ग्रह से टकराएगा।
नासा (NASA) के मुताबिक, 21,85,200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आ रहे तूफान से पृथ्वी के 80 फीसदी टकराने की आशंका है। वैज्ञानिकों ने चेताया, सौर तूफान से रेडियो व जीपीएस सेवाएं सुबह-शाम प्रभावित हो सकती है। इस बार पहले के तूफान से तीन गुना ज्यादा खतरा है। न्यूजीलैंड व न्यूयॉर्क के आकाश में तेज चमक दिखेगी।
तेजी से बदलेंगे अंतरिक्ष के हालात
पिछले कई वर्षों में हमने सूरज में काफी कम हलचल देखी है। ऐसा अधिकतर सोलर मिनिमम के दौरान ही होता है, लेकिन अब हम सोलर मैक्सिमम की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। यह 2025 में अधिक तेज होगा।
पृथ्वी पर असर
सौर तूफान के कारण धरती का बाहरी वायुमंडल गर्म होने का सीधा असर सैटेलाइट पर पड़ेगा। इससे जीपीएस नैविगेशन, मोबाइल फोन सिग्नल और सैटलाइट टीवी में रुकावट पैदा हो सकती है। पावर लाइन में करंट तेज हो सकता है, जिससे ट्रांसफार्मर भी उड़ सकते हैं। आमतौर पर ऐसा कम ही होता है।
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