इंदौर। नगर निगम (municipal Corporation) भी मास्टर प्लान (master plan) के साथ-साथ कुछ अधूरे एमआर भी बना रहा है। आरई-2 का निर्माण भी नगर निगम और प्राधिकरण मिलकर कर रहे हैं, जिसमें निगम बेटरमेंट चार्ज (Corporation Betterment Charge) जमीन वसूल करेगा। वहीं रोबोट चौराहा से खजराना बाईपास (Robot Chauraha to Khajrana Bypass) तक एमआर-9 अधूरा पड़ा है, उसे भी अब पूरा करने के प्रयास निगम ने शुरू किए। आज सुबह आयुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल (Mrs. Pratibha Pal) ने इस प्रस्तावित रोड का निरीक्षण किया और इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। आयुक्त के मुताबिक इस रोड से आवागमन में सुगमता होगी।
लिहाजा एलाइन्मेंट (Hence the alignment) करने और टीएनसीपी से सीमांकन (demarcation from tncp) भी कराया जाएगा। लगभग 3 किलोमीटर लम्बाई में 40 मीटर चौड़ाई की सडक़ निर्मित होना है। बीआरटीएस कॉरिडोर एबी रोड पर चंद्रनगर बर्फानी धाम होते हुए रोबोट चौराहा तक एमआर-9 का निर्माण हो चुका है, लेकिन उसके आगे खजराना और वहां से बायपास तक की सडक़ बची है। हालांकि इसमें कई अवैध निर्माण भी हो चुके हैं। पूर्व में भी एमआर-9 के अधूरे हिस्से को बनाने के प्रयास हुए, मगर जनप्रतिनिधियों ने भी विरोध किया, क्योंकि बड़ी संख्या में मकानों को तोडऩा पड़ेगा और अब तो पहले से भी अधिक अवैध मकान निर्मित हो चुके हैं। मगर जिस तरह नगर निगम ने मध्य शहर में व्यापक तोडफ़ोड़ सडक़ चौड़ीकरण के लिए की। लोहारपट्टी, टोरी कॉर्नर, बड़ा गणपति से लेकर अभी एमजी रोड, खजूरी बाजार में भी निगम ने निर्माणों को तोड़ा है।
लिहाजा अब एमआर-9 को लेकर भी इसी तरह की कार्रवाई शुरू होगी। हालांकि शासन ने पिछले दिनों नगर निगम को लोन लेकर सडक़ें बनाने की अनुमति दी है और बदले में बेटरमेंट चार्ज जमीन मालिकों से वसूल कर सकता है। लेकिन इस अधूरे एमआर-9 के लिए बेटरमेंट चार्ज वसूली की अनुमति शासन से निगम को नहीं मिली है। लिहाजा उसे ही अपने खजाने से 10 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करना पड़ेंगे। यहां कई वैध-अवैध कालोनियां भी निर्मित हो चुकी है और कुछ समय पूर्व हाईकोर्ट ने भी कुछ सडक़ों को लेकर दायर याचिका की सुनवाई करते हुए एमआर-9 को लेकर भी निर्देश दिए थे। आज सुबह निगमायुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल ने रोबोट चौराहा से खजराना बायपास तक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान अपर आयुक्त अभय राजनगांवकर, सीटी इंजीनियर अशोक राठौर, नरेश जयसवाल, क्षेत्रीय जोनल अधिकारी भास्कर मोयदे, सीएसआई राजकुमार यादव एवं अन्य उपस्थित थे। आयुक्त द्वारा रोबोट चौराहे से खजराना बाईपास तक कुल 3 किलोमीटर लंबाई एवं 40 मीटर चौड़ाई के प्रस्तावित रोड का निरीक्षण किया गया। आयुक्त द्वारा उपरोक्त प्रस्तावित रोड के अंतर्गत आने वाली खजराना मदरसा वाली रोड, पाकीजा कॉलोनी, पाकीजा लाइफस्टाइल एवं अन्य कालोनियों का भी निरीक्षण किया गया तथा रोड निर्माण के संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। खजराना बाईपास तक रोड निर्माण के पश्चात रिंग रोड से खजराना तक आवागमन सुगम होगा एवं खजराना मंदिर, खजराना दरगाह, खजराना मदरसा की ओर से रिंग रोड तक आने वालो को घूम कर ना जाते हुए रिंग रोड रॉबर्ट चौराहे से ही बाईपास तक का मार्ग सुगम होगा, दूरी भी कम होगी तथा समय की भी बचत होगी।
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