माकड़ोन (मनीष शर्मा)। नगर के पेयजल संकट निवारण हेतु शासन द्वारा मंजूर की गई नल जल प्रदाय योजना माकड़ोनवासियों के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। करीब 19 करोड़ की लागत वाली इस योजना का ठेका मल्टी अर्बन कंपनी ने लिया था एवं टाटा के सुपर विजन में सारे काम हो रहे हैं। योजना में कोरोना काल का फायदा उठाते हुए ठेका कंपनी मल्टी अर्बन ने 85 लाख की लागत ओर बढ़ावा ली गई थी। योजना में आरंभ से ही ठेकेदार द्वारा ढिलपोल दिखाईं जा रही है योजना के तहत नगर परिषद क्षेत्र के माकड़ोन के साथ बरोठिया, डेलची, भगवतपुर में पाइप लाइन डालते हुए प्रत्येक घर में शुद्ध पेयजल पहुंचाया जाना था। योजना के कामों को प्रत्येक वार्ड में सिलसिलेवार तरीके से न करते हुए मनमानी की जा रही है। ठेकेदार द्वारा नई लाइन खोदने के दोरान पुरानी पाइप लाइन को क्षति ग्रस्त कर दिया गया है, जिसकी वजह से पुराने नल कनेक्शनों में पानी नहीं पहुँच रहा है। कई जगहों पर लीकेज की समस्या बनी हुई है जिसकी वजह से पानी का अपव्यय हो रहा है। इसके अलावा नगर में संधारण कार्य करने के उपरांत सड़कों को ठीक से समतल नहीं करते हुए लापरवाही की जा रहीं है।
फलस्वरूप राहगीरों, वाहन सवारों को आवागमन में परेशानी हो रही है। अभी गर्मी की शुरुआत हो चुकी है। आने वाले दिनों में पेयजल की किल्लत से नगरवासियों को जूझना पड़ेगा। 2018 में मंजूर हुई इस योजना को 2020 की समयावधि में पूर्ण किया जाना था लेकिन प्रशासनिक एवं जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों की अनदेखी के चलते योजना में विलम्ब होता जा रहा है। नागरिकों ने चर्चा में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को कोसते हुए कहा की योजना के कामों के दोरान कीसी भी जनप्रतिनिधि ने आकर नहीं देखा है साथ ही प्रशासन भी मूक दर्शक बना रहा इसी कारण ठेकेदार के द्वारा ध्यान नहीं देते हुए कछुआ चाल से काम किए जा रहे हैं।नागरिकों ने इस मामले में अब उज्जैन जिला कलेक्टर से मांग करते हुए योजना को शीघ्र पूरा करवाने की मांग की है।
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