नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल West Bengal की ममता बनर्जी की सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करेगी. एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि राज्य में गहरे-समुद्र के बंदरगाह, कोयला खान तथा औद्योगिक गलियारा क्षेत्रों में उद्यमी निवेश कर सकते हैं. पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम (WBIDC) के चेयरमैन राजीव सिन्हा ने कहा कि बंगाल के प्रति निवेशकों की धारणा में बदलाव लाने की जरूरत है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी औद्योगिक विकास को प्राथमिकता दे रही हैं. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 21-22 अप्रैल को ग्लोबल बिजनेस समिट (Global Business Summit) का आयोजन किया गया है. इस समिट में शामिल होने के लिए देश विदेश के उद्योगपतियों को आमंत्रण दिया गया है.
राजीव सिन्हा ने कहा कि वह आगामी बंगाल वैश्विक व्यापार शिखर सम्मेलन के दौरान निवेश प्रतिबद्धताओं को लेकर काफी आशान्वित हैं. उम्मीद है कि इस दौरान बंगाल में निवेश होंगे और औद्योगिक विकास की रफ्तार और तेज होगी.
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सीआईआई के साथ मिलकर आयोजित होगा बिजनेस समिट
इस निवेशक शिखर सम्मेलन का आयोजन डब्ल्यूबीआईडीसी और उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा संयुक्त रूप से कोलकाता में 21-22 अप्रैल को किया जा रहा है. कोविड-19 महामारी के बाद देश में यह इस तरह पहला भौतिक आयोजन है. इस सम्मेलन में 15 साझेदार देश होंगे और लगभग सभी देशों की भागीदारी होगी.
शिखर सम्मेलन से पहले आयोजित रोडशो के बाद सिन्हा ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘आप विज्ञापन देकर धारणा में बदलाव नहीं ला सकते. सभी राज्य सरकारें कहती हैं कि वे सर्वश्रेष्ठ हैं। हमें अपने संपर्क कार्यक्रम को बेहतर करना होगा। हमें लोगों से बात करनी होगी। धारणा में बदलाव विज्ञापनों से नहीं लाया जा सकता. एक-दूसरे से बातचीत के जरिये ऐसा किया जा सकता है.’’
राज्य में निवेश को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है ममता बनर्जी सरकार
राजीव सिन्हा ने कहा कि कई कंपनियां गंभीरता से बंगाल की ओर देख रही हैं. हमारा प्रयास है कि शिखर सम्मेलन से पहले कुछ रुचि पत्रों (EOI) को अंतिम रूप दिया जा सके. बता दें कि तीसरी पर बंगाल की सीएम बनने के बाद ममता बनर्जी ने राज्य में उद्योग का बढ़ावा देने और निवेश आमंत्रित करने पर जोर दे रही हैं, ताकि राज्य का विकास हो सके और रोजगार के नये अवसर पैदा हो सके.
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