नागदा। शहीद बादलसिंह चंदेल की पुण्यतिथि पर गुरुवार रात आयोजित एक शाम शहीद के नाम कार्यक्रम ने एक साल पुराना चंदेल की शहादत का दिन याद दिला दिया। गीतकारों ने देशभक्ति गीतों से शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम के अंतिम पड़ाव में गम भरे गीत ने सभी की आंखें नम कर दी। सखी म्यूजिकल ग्रुप के महेश खत्री ने ओ जाने वाले हो सकें तो लौट के आना, गीत पर सुर मिलाएं तो शहीद को याद करते हुए उनके परिजन और उपस्थित श्रोताओं की आंखों से आंसू छलक उठे। 24 मार्च 2021 को शहीद चंदेल सिक्किम में 27 हजार ऊंचे ग्लेशियर पर तैनात थे। बर्फ धंसने से चंदेल शहीद हो गए थे। गुरुवार को चंदेल की शहादत को एक वर्ष पूर्ण होने पर किल्कीपुरा अंबे माता मंदिर पर यह आयोजन किया गया था। जिसमें स्थानीय गीतकारों ने गीतों से शहीद को श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में नटराज म्यूजिकल ग्रुप के कमल कटारे, साधनासिंह ठाकुर (उज्जैन), असीम शुक्ला, अजय गरवाल ने भी देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति से श्रोताओं का जोश दोगुना कर दिया। कार्यक्रम में अतिथि शहीद के पिता राजेंद्रसिंह चंदेल, माता उमादेवी चंदेल, पत्नी दीपिका चंदेल, पुत्र विवान चंदेल, अंकल सुनीलसिंह चंदेल, हेमुसिंह चंदेल, मुकेशसिंह चंदेल, निलेशसिंह चंदेल, शिवमसिंह तंवर थे। कार्यक्रम संयोजिका हेमलता तोमर ने अतिथियों सहित कलाकारों का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से राघवेंद्र वल्लभ व्यास, गुलजारीलाल त्रिवेदी, निर्मला रावल, लल्ला चौहान, निशा चौहान, गुड्डी गुर्जर, मारिया शेखावत, रमेश प्रजापत, नारी संगठन अध्यक्ष पुष्पा रघुवंशी, अर्चना वर्मा, मंजू कुंवर डोडिया, लता शर्मा, मुकेश प्रजापत, डॉ. सचिनसिंह ठाकुर, दीपक जैन, डॉ. प्रमोद बाथम आदि मौजूद थे।
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