इंदौर। 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना एक बार फिर शुरू की जा रही है। पूर्व में भी इंदौर सहित प्रदेशभर के हजारों लोगों ने इस योजना का लाभ उठाया और केदारनाथ, शिर्डी, जगन्नाथपुरी, बद्रीनाथ, हरिद्वार, वैष्णोदेवी, तिरुपति से लेकर तमाम धार्मिक स्थलों की यात्रा शासन ने नि:शुल्क करवाई। आम जनता से सुझाव लेने के अलावा मंत्री समूह की बैठक में भी इस पर चर्चा की गई और बेहतर सुझावों को समिति के माध्यम से शासन के सम्मुख प्रस्तुत किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा शुरू की गई यह योजना कई अन्य राज्यों ने भी अपनाई और अब तो तमाम राजनेता भी अपने स्तर पर इस तरह की यात्राएं करवा रहे हैं।
सरकार के साथ-साथ सांसद, विधायक और मंत्री भी तीर्थ दर्शन योजना का लाभ अपने मतदाताओं को दे रहे हैं। इंदौर के ही विधानसभा 1 के विधायक संजय शुक्ला लगातार क्षेत्र के रहवासियों को तीर्थ दर्शन करवा रहे हैं। वे अयोध्या के साथ अभी पिछले दिनों अमृत की यात्रा पर भी लोगों को ले गए। दूसरी तरफ कोरोना के चलते चूंकि ट्रेनें बंद थीं और प्रतिबंध भी लगे थे, जिसके चलते मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना भी अमल में नहीं लाई जा सकी। मगर अब प्रभावी तरीके से पुन: इस योजना को शुरू किया जाएगा। कल ही भोपाल में गठित मंत्री समूह की दूसरी बैठक हुई, जिसमें संस्कृति और पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर और उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री भारतसिंह कुशवाह मौजूद रहे, तो राजस्व व परिवहन मंत्री गोविंदसिंह राजपूत वर्चुअली जुड़े। इसके पूर्व 18 मार्च को हुई पहली बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव भी शामिल थे। इस योजना को अधिक प्रभावी और लाभकारी बनाने के लिए जनता से प्राप्त सुझावों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। दरअसल एमपी गवर्नमेंट डॉट इन पोर्टल पर जनता के भी सुझाव आमंत्रित किए गए थे। अब इनमें से बेहतर सुझावों को समिति के माध्यम से शासन को प्रस्तुत किया जाएगा। यात्रा करने वाले बुजुर्गों के ठहरने, खाने सहित अन्य सुविधाओं की नि:शुल्क व्यवस्था शासन द्वारा ही की जाती है।
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