मुरैना । आर्थिक तंगी (Cash-strapped) से परेशान 36 वर्षीय श्रीमती शारदा की बच्चेदानी (Mrs. Sharda’s uterus) के ऑपरेशन के लिये आयुष्मान भारत निरामय कार्ड सहयोगी बना। मुरैना निवासी 36 वर्षीय श्रीमती शारदा पत्नि विनोद माहौर ने बताया कि मेरे पेट में लगातार दर्द बना रहता था, जगह-जगह प्रायवेट अस्पतालों में दिखाने पर डॉक्टर यही सलाह देते थे कि बच्चेदानी को निकलवाना पड़ेगा। इसके ऑपरेशन पर 40 हजार रूपये खर्च होंगे। मैंने पार्वती नर्सिंग होम मुरैना में भी दिखाया, वहां पर भी ऑपरेशन के लिये 40 हजार रूपये की बात और जिला अस्पताल में उपचार कराने की सलाह दी। श्रीमती शारदा के पति विनोद माहौर ने बताया कि मैं गरीब आदमी, मेहनत मजदूरी करके कैसे भी दो जून की रोजी रोटी कमा पाता हूँ।
ऐसे में पत्नि के ऑपरेशन के लिये 40 हजार रूपये कहाँ से लाऊ। विनोद माहौर ने बताया कि मैं पत्नि को लेकर जिला अस्पताल पहुँचा, मैंने सर्जन डॉ. अनूप गुप्ता से चर्चा की तो उन्होंने मेरी गरीबी तंगी हालत को देखकर भारत आयुष्मान कार्ड बनवाया। डॉ. अनूप गुप्ता ने पत्नि को जिला अस्पताल में ऑपरेशन करने के लिये 12 मार्च 2022 को सुबह भर्ती कर लिया। 14 मार्च को पत्नि श्रीमती शारदा की बच्चेदानी का सफल निःशुल्क ऑपरेशन हो गया। मेरी पत्नि पूरी तरह से ठीक है।
अस्पताल से पूरी तरह से निःशुल्क दवाईयाँ भी दी गई। मेरे द्वारा एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ। विनोद माहौर ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को धन्यवाद देते हुये कहा है कि वास्तव में भारत आयुष्मान कार्ड गरीबों के लिये उपचार हेतु वरदान का काम कर रहा है। जब मैंने यह सुना कि इस कार्ड से 5 लाख रूपये तक का निःशुल्क उपचार कराये जा सकते है तो मुझे बड़ी खुशी हुई, ऐसी सरकार से हम गरीब बहुत खुश है।