नई दिल्ली: इजराइल (Israel) के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) ने कहा है कि वह भारत के साथ राजनयिक रिश्तों की स्थापना के 30 साल पूरे होने के मौके पर अप्रैल के पहले हफ्ते में भारत की यात्रा करेंगे. विदेश मंत्रालय ने बताया है कि उन्हें यहां आने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने निमंत्रण भेजा है. नेफ्ताली भारत में तीन अप्रैल को आएंगे और 5 अप्रैल तक रुकेंगे.
दोनों नेताओं के बीच पहली मुलाकात पिछले साल अक्तूबर में ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (कॉप26) के मौके पर हुई थी. उस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री बेनेट को भारत की आधिकारिक यात्रा करने के लिए आमंत्रित किया था. यह यात्रा दोनों देशों और नेताओं के बीच महत्वपूर्ण संबंधों की पुष्टि करेगी.
बेनेट अपनी यात्रा के दौरान अपने भारतीय समकक्ष, वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और स्थानीय यहूदी समुदाय से भी मुलाकात करेंगे. इजराइल के मीडिया सलाहकार ने कहा, ‘यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच रणनीतिक गठबंधन को आगे बढ़ाना, मजबूत करना और द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करना है.’ इसके अलावा, दोनों नेता इनोवेशन, अर्थव्यवस्था, रिसर्च एंड डेवलपमेंट, कृषि और अन्य मुद्दों सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा करेंगे.
इजराइल ने की ‘जल जीवन मिशन’ की जमकर तारीफ
इजराइल ने सोमवार को कहा कि जल संसाधनों के अनुकूलन में उसके पास ज्ञान है जो भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है और उसने इस पेशकश के साथ जल क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सहयोग को गहरा करने का आह्वान किया. इजराइल सरकार ने अपने दूतावास में लिओर आसफ को भारत में जल से संबंधित अधिकारी नियुक्ति किया है और इजराइल ने ऐसा पहली बार किया है. उन्होंने ‘जल जीवन मिशन’ जैसी भारत सरकार की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि नई दिल्ली में पानी के बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर बदलाव लाने की क्षमता है.
‘जल जीवन मिशन’ के तहत ग्रामीण भारत के सभी घरों में 2024 तक नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराने की परिकल्पना की गई है. आसफ ने कहा कि भारत की 1.4 अरब आबादी की तुलना में इजराइल एक बहुत छोटा देश है, लेकिन इजराइल के पास जल संसाधनों को अनुकूलित करने का ज्ञान है. उन्होंने ऑनलाइन मीडिया वार्ता में कहा, ‘मैं जल क्षेत्र में सहयोग सहित इजराइली उद्योग के लिए विभिन्न क्षेत्रों में बहुत मौके देखता हूं.’
दोनों देश ‘स्वच्छ गंगा मिशन’ जल शक्ति मंत्रालय के साथ मिलकर कर रहे काम
आसफ ने कहा कि राजनयिक संबंधों की स्थापना के 30 वर्षों का यह साल सुरक्षा या कृषि के साथ-साथ जल क्षेत्र में भारत और इजराइल के बीच संबंधों को और विकसित करने का मौका देता है. उन्होंने कहा कि दोनों देश ‘स्वच्छ गंगा मिशन’ और जल शक्ति मंत्रालय के साथ मिलकर करीब से काम कर रहे हैं. उनकी यह टिप्पणी विश्व जल दिवस से एक दिन पहले आई है. ताजे पानी की अहमियत को रेखांकित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाता है.
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