क्राइम ब्रांच जारी कर चुकी है 50 फर्जी ऐप की सूची
इंदौर।
साइबर ठगोरे (cyber thugore) यूं तो लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके आजमाते हैं, लेकिन अभी फर्जी लोन ऐप (fake loan app) की बाढ़-सी आ गई है और रोजाना बढ़ी संख्या में लोग इसका शिकार हो रहे हैं। इंदौर में ही दस से अधिक शिकायतें रोज आ रही हैं, जिससे परेशान होकर क्राइम ब्रांच (crime branch) ने कुछ दिन पहले ऐसे 50 ऐप की सूची जारी की थी। हालांकि अभी इंदौर पुलिस (indore police) और साइबर सेल (cyber cell) ऐसे किसी गिरोह को पकड़ नहीं सकी है, लेकिन पता चला है कि ये सभी ऐप दिल्ली (delhi) असे ऑपरेट हो रहे हैं।
सबसे अधिक लोन ऐप (loan app) का शिकार छात्र हो रहे हैं। ठग पांच हजार का ऑनलाइन लोन (online loan) का लालच देकर लोगों से ऐप डाउनलोड (app download) करवाते हैं। जैसे ही लोग ऐप डाउनलोड करते हैं कांटेक्ट लिस्ट (contact list) उनके पास चली जाती है। यदि कोई लोन लेता भी नहीं है तो ये लोग उसके परिजनों और उसे फोन कर वसूली के नाम पर धमकाने लगते हैं। इससे परेशान होकर कुछ लोग आत्महत्या तक कर चुके हैं। ऐसी दस से अधिक शिकायतें रोजाना साइबर सेल और क्राइम ब्रांच पर पहुंच रही हैं। अब तो क्राइम ब्रांच ने सीधे लिखित शिकायतें लेना भी बंद कर दिया है। केवल टोल-फ्री नंबर पर आवेदक को शिकायत दर्ज करवाने का कहा जा रहा है। इसके चलते लोग परेशान हो रहे हैं।
अब तक पकड़ में नहीं आया कोई गिरोह
फर्जी लोन ऐप (fake loan app) पर वसूली की शिकायतें कुछ माह से लगातार आ रही हैं, लेकिन अब तक न तो साइबर सेल न ही क्राइम ब्रांच (crime branch) ने किसी गिरोह को पकड़ा है। पुलिस का कहना है कि ये सभी ऐप दिल्ली और आसपास से ऑपरेट हो रहे हैं। राशि कम होने के कारण पुलिस भी गिरोह को पकडऩे में रुचि नहीं दिखा रही है, जिसके चलते शिकायतें बढ़ रही हैं। शिकायतों पर लगाम लगाने के लिए क्राइम ब्रांच (crime branch) ने एडवाइजरी के तौर पर ऐसे 50 ऐप की सूची जारी की है और लोगों को इस तरह के ऐप इंस्टाल करने से मना किया है।
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