भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने शनिवार शाम को सपत्नीक विदिशा पहुंचे और यहां अपने फार्महाउस पर उद्यानिकी फसलों (Horticulture crops on the farmhouse) का जायजा लिया। मुख्यमंत्री चौहान ने टमाटर के पौधों की गुणवत्ता को परखने के साथ-साथ अन्य उद्यानिकी फसलों की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने फार्महाउस में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत करते हुए जैविक खेती को बढ़ावा देने पर भी बल दिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश परंपरागत खेती में अग्रणी है। कृषक अपनी आय में वृद्धि के लिए परंपरागत खेती गेहूँ, धान के अलावा अन्य फसलें भी लगाएँ। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती की तरफ अधिक ध्यान देना इसलिये आवश्यक है क्योंकि केमिकल फर्टिलाइजर मिट्टी की उर्वरा शक्ति को नुकसान पहुँचाते हैं और मानव के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालते हैं। आज समय है कि हम प्राकृतिक खेती यानी गोबर की खाद, जीवामृत इत्यादि खाद के तौर पर इस्तेमाल करें। इसका फायदा यह होगा कि उत्पादन भी अधिक होगा और रोगों से मुकाबला करने की क्षमता भी बढ़ेगी।
उन्होंने कहा कि आज आमजन जैविक खेती उत्पाद का उपयोग करना चाह रहे हैं। जैविक खेती की फसलों के रेट भी काफी अच्छे होते हैं और यह मानव शरीर के लिए भी उत्तम होती हैं। (एजेंसी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved