लंदन। ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय(UK Defense Ministry) ने कहा कि यूक्रेन युद्ध (Ukraine war) में रूसी बलों (Russian forces) ने हाल के दिनों में जमीनी, समुद्री और हवाई मोर्चों पर न्यूनतम प्रगति की है और पूर्वी यूरोपीय देश में उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. अपनी नवीनतम खुफिया रक्षा अपडेट(intelligence defense update) में मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेनी बलों (Ukrainian forces) के कड़े प्रतिरोध के चलते पूर्वी यूरोपीय देश में लगभग हर मोर्चे पर रूसी बलों की प्रगति काफी हद तक रुक गई है.
अपडेट में कहा गया है, “यूक्रेन युद्ध में रूसी बलों ने हाल के दिनों में जमीनी, समुद्री और हवाई मोर्चों पर न्यूनतम प्रगति की है और उन्हें वहां भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. यूक्रेन का प्रतिरोध दृढ़ और समन्वित बना हुआ है. सभी प्रमुख शहरों सहित यूक्रेन का अधिकांश हिस्सा यूक्रेन के नियंत्रण में है.”
यह अपडेट रूस-यूक्रेन संघर्ष के जवाब में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग द्वारा ब्रसेल्स में सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों की ‘असाधारण बैठक’ बुलाए जाने के एक दिन बाद आया है. सदस्य देशों के रक्षा मंत्रियों ने कहा कि उन्होंने यूरोप के तात्कालिक संकट और नाटो की रक्षा गतिविधियों के दीर्घकालिक क्रियान्वन पर चर्चा की. ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वॉलेस ने कहा, “ब्रिटेन और हमारे सहयोगी रूसी आक्रमण के खिलाफ यूक्रेन का समर्थन करना जारी रखेंगे.” वहीं, ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ब्रसेल्स में वॉलेस ने अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इटली, तुर्की, कनाडा, स्लोवाकिया, स्वीडन और चेक गणराज्य के नेताओं के साथ द्विपक्षीय व छोटी सामूहिक बैठकें कीं. उधर, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन रूसी तेल और प्राकृतिक गैस पर पश्चिमी देशों की निर्भरता घटाने के प्रयासों के तहत सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नेताओं से चर्चा के लिए खाड़ी क्षेत्र के दौरे पर हैं. दरअसल, ब्रिटेन पहले ही कह चुका है कि वह धीरे-धीरे रूसी तेल आयात को बंद करने की ओर बढ़ रहा है और साल के अंत तक रूसी कच्चे तेल के आयात से अपनी निर्भरता को कम करेगा.