इन्दौर। रंगों से सराबोर होने का पर्व होली को लेकर जहां वन विभाग ने जंगलों में जलाऊ लकड़ी की कटाई रोकने के लिए टीम तैनात कर दी है, वहीं पलाश के फूलों से बने रंग भी आज से बेचा जा रहा है। चोरल से 500 पलाश के फूलों से रंगों के पैकेट मंगाए गए हैं, जिसे नवरतन बाग स्थित मुख्य डिवीजन व नौलखा स्थित रेंज कार्यालय में बेचा जाएगा। 100 ग्राम के रंग की एक पैकेट की कीमत 30 रुपए है। पलाश के फूलों से बने रंग हर्बल होने के कारण नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। जरूरत पड़ने पर और रंगों के पैकेट मंगाया जाएगा।
8 दिनों तक जंगल में घूमकर फूल एकत्रित कर बनाया रंग
चोरल रेंज की ग्राम समितियों से जुड़ीं महिलाओं ने पिछले 8 दिनों से जंगल में घूमकर पलाश के फूल एकत्रित किए। रेंजर रविकांत वर्मा ने बताया कि अभी 1000 हर्बल रंग के पैकेट तैयार किए गए हैं। यह रंग शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसे बनाने में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, तब जाकर तैयार होता है।
झाबुआ, डबल चौकी, चोरल, महू के जंगलों में टीम तैनात
जलाऊ लकड़ी की कटाई रोकने के लिए इंदौर के नाहर झाबुआ, डबल चौकी सहित चोरल, महू एवं मानपुर के जंगलों में टीम तैनात कर दी गई है। डीएफओ नरेंद्र पंड्या द्वारा अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि ऐसी व्यवस्था करें कि कहीं भी जलाऊ लकड़ी नहीं कटे। टीम 24 घंटे सतत जंगलों पर नजर रख रही है।
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