नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच आज 20वें दिन भी युद्ध (Russia Ukraine War) जारी है. दोनों देशों के मध्य छिड़े युद्ध ने यूक्रेन (Ukraine) में मानवीय संकट पैदा कर दिया है. लोग दाने-दाने को मोहताज हो गए हैं. उनसे उनका आशियाना छिन चुका है. ऐसे में युद्धग्रस्त देश में फंसे 22 हजार से ज्यादा भारतीयों को ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत स्वदेश वापस लाया गया है. आज राज्यसभा में भारतीयों को सुरक्षित निकाले जाने के मुद्दों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर (EAM S Jaishankar) ने अपना बयान दिया.
जयशंकर ने कहा कि गंभीर संघर्ष से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद हमने सुनिश्चित किया कि लगभग 22,500 भारतीय नागरिक सुरक्षित भारत लौट पाएं. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर हमने ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की, जो इस संघर्ष की स्थिति के दौरान चलाए गए सबसे कठिन अभियानों में से एक था.’ बता दें कि रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन में हजारों की संख्या में भारतीय छात्र फंसे हुए थे. जिन्हें निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा अभियान चलाया गया था. ऑपरेशन गंगा के तहत न सिर्फ भारतीयों को बल्कि नेपाल, पाकिस्तान और बांग्लादेश के भी कुछ छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकाला गया.
रिहायशी इलाके में रूस ने कई हवाई हमले
वहीं, यूक्रेन की राजधानी के एक रिहायशी इलाके में मंगलवार को रूस ने कई हवाई हमले किए, जिससे कीव में 15 मंजिला एक इमारत में आग लग गई. हमले में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई अन्य के इमारत में फंसे होने की आशंका है. यूक्रेनी सेना ने एक बयान में बताया कि तोपों से गोले दागे गए, जो पश्चिमी कीव में स्वयातोशनस्की जिले और उपनगर इरपिन के निकट गिरे. हमले के बाद इमारत से आग की लपटें निकलती देखी गईं और कई दमकल कर्मी सीढ़ियों पर चढ़कर आग बुझाने की कोशिश में लगे हैं.
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