रायपुर । अब तक आपने फूलों से बने हर्बल गुलाल (Herbal Gulal) से होली खेली होगी, लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इस बार होली (Holi) गोबर के बने गुलाल से खेली जाएगी. रायपुर के गौठान में गोबर और सूखे फूलों (cow dung and dried flowers) को मिलाकर हर्बल गुलाल तैयार किया जा रहा है. राजधानी के गोकुल नगर स्थित गौठान (Gothan) में एक पहल सेवा समिति के द्वारा गोबर से गुलाल बनाने की कवायद की जा रही है. इतना ही नहीं इसमें शहर भर के मंदिरों और शादी समारोह के अलावा फूल बाजार से निकलने वाले वेस्ट फूलों को मिलाकर यहां बनने वाले गुलाल की खुशबू बढ़ाई जा रही है. इसे काफी पसंद भी किया जा रहा है.
एक पहल संस्था के रितेश खांडे ने बताया कि नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान के तहत उन्हें फूलों से अगरबत्ती बनाने का टास्क दिया गया था, लेकिन इससे एक कदम आगे बढ़कर उन्होंने होली त्यौहार के मद्देनजर गोबर से गुलाल बनाने की कवायद शुरू की. उन्होंने बताया कि गोबर से गुलाल बनाने के लिए पहले गोबर के कंडे तैयार किए जाते हैं और फिर मशीन से इसका पाउडर तैयार किया जाता है. मशीन के द्वारा ही अलग से सूखे फूलों का भी पाउडर तैयार करने के बाद इसमें कस्टर्ड पाउडर मिलाया जाता है और रंगो के लिए मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थों में मिलाए जाने वाले रंग का इस्तेमाल गुलाल बनाने के लिए किया जाता है.
आर्डर का भरमार
यहां गुलाल का निर्माण कर रही कांति यादव ने बताया कि पहले उन्हें कोई आर्डर नहीं मिला था, लेकिन जैसे जैसे लोगों को जानकारी मिलती गई होली से ठीक पहले गुलाल बनाने के लिए ऑर्डर की भरमार है. अभी रायपुर नगर निगम और अन्य सरकारी दफ्तरों से मिले आर्डर पर गुलाल तैयार किए गए हैं. गोबर से बने इस गुलाल की पैकिंग भी बेहद अनोखे ढंग से की जा रही है. संस्था द्वारा गुलाल के लिए जूट के छोटे-छोटे बैग बनाए गए हैं.
नगर निगम द्वारा की जा रही है फूलों की सप्लाई
एक पहल सेवा समिति द्वारा तैयार किए जा रहे गोबर के गुलाल में फूलों का पाउडर भी मिलाया जा रहा है. जिसमें संस्था की मदद के लिए नगर निगम द्वारा मंदिरों, विवाह समारोह और फूल बाजार से इकट्ठा किये गये वेस्ट फूलों की सप्लाई संस्था को की जा रही है. जिससे गोबर से बने गुलाल से फूलों की महक आती है. इसके बारे जो भी सुन रहा है, इसकी तारीफ कर रहा है.
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