नई दिल्ली। कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में रविवार को यहां हालिया विधानसभा चुनावों (recent assembly elections) में करारी शिकस्त के कारणों और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गई। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) की अध्यक्षता में कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी बैठक (CWC meeting) पार्टी मुख्यालय में हुई। इस दौरान राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग उठी। पार्टी कार्यालय के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने को लेकर नारेबाजी भी की।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी बैठक पार्टी मुख्यालय में आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक से एक दिन पहले मीडिया के एक हिस्से में खबर आई थी कि गांधी परिवार पार्टी के पदों से इस्तीफे की पेशकश कर सकता है। हालांकि, कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से इस खबर का खंडन किया और इसे ‘गलत एवं शरारतपूर्ण’ करार दिया था। CWC की बैठक ऐसे समय हो रही है जब कांग्रेस ने पंजाब (Punjab) में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), उत्तराखंड (Uttarakhand), गोवा और मणिपुर (Goa and Manipur) में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है।
सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पिछले कुछ समय से सक्रिय रूप से प्रचार नहीं कर रही हैं, प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के अलावा राहुल गांधी कांग्रेस के स्टार प्रचारक रहे हैं। साथ ही, भाई-बहन की जोड़ी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसलों में भी प्रमुख भूमिका निभाती है। इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की, जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गयी।
राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस कार्य समिति में शामिल ‘जी 23′ के नेता सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनावी हार का मुद्दा और पार्टी संगठन में जरूरी बदलाव और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपनी पुरानी मांग उठा सकते हैं। ‘जी 23’ समूह के प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा कांग्रेस कार्य समिति में शामिल हैं।
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