कॉलोनियों में आने-जाने के रास्ते और चौराहों पर रहवासियों की मदद से लगाएंगे कैमरे
इंदौर। लॉकडाउन के बाद कॉलोनियों (Colonies) में दिनदहाड़े चोरी के कई मामले सामने आ रहे हैं। इसके बाद झोन-2 के एडीसीपी अपने थाना क्षेत्र की कॉलोनियों (Colonies) का नसुस के माध्यम से सर्वे करवा रहे हैं, ताकि चोरियों को तीसरी आंख की मदद से रोका जा सके।
एडीसीपी राजेश व्यास (ADCP Rajesh Vyas) ने बताया कि कुछ दिनों से चोर गिरोह कॉलोनियों में सक्रिय हैं। कुछ मामले ऐसे देखने में आए कि परिवार कुछ समय के लिए बाहर गया और उनके यहां वारदात हो गई। इससे ऐसा लगता है कि कॉलोनियों में कुछ गैंग सक्रिय हैं और रैकी करती हैं। इसको रोकने के लिए उन्होंने अपने क्षेत्र के सभी थानों में आने वाली कॉलोनियों का सर्वे शुरू करवाया है। इसके लिए नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों के साथ बैठक की और उन्हें हर कॉलोनी का प्लान बनाने को कहा है। सभी से कहा गया है कि कॉलोनी में आने-जाने वाले रास्तों के अलावा कॉलोनियों के अंदर के चौराहों और तिराहों पर भी रहवासी संघ की मदद से कैमरे लगवाए जाएं। साथ ही कहां-कहां कैमरे लगे हैं उनकी जानकारी एकत्रित की जाए।
उनका कहना है कि नई कॉलोनियों में तो चारों ओर से बाउंड्रीवॉल होती है और आने-जाने के रास्ते भी कम होते हैं, लेकिन पुरानी कॉलोनियों में आने-जाने के कई रास्ते हैं। कॉलोनी के अंदर कर्ई चौराहे हैं। यदि यहां कैमरे लगाए जाएं तो चोरी होने की स्थिति में चोर को पकड़ा जा सकता है। इसके अलावा कॉलोनी के लोगों के साथ बीट का एक जवान लगातार संपर्क में रहेगा, ताकि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति कॉलोनी में दिखाई दे तो उसकी सूचना पुलिस तक पहुंचे और वारदात से पहले ही आरोपी को पकड़ा जा सके। इस प्लान पर काम शुरू हो चुका है। कई कॉलोनियों की जानकारी पुलिस को मिल गई है। वहीं वहां के रहवासी बताए गए स्थानों पर कैमरे लगाने को भी तैयार हो गए हैं।
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