- 2 लाख सौलर पेनल से हर दिन 100 मेगावॉट बिजली बनाएंगे-सांसद ने पांच बार पत्र लिखे तब जाकर मिला प्रोजेक्ट
नागदा। नागदा-उन्हेल रोड पुष्ठा फैक्ट्री के सामने खाली पड़ी एनटीपीसी नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन की लगभग 1 हजार बीघा जमीन पर सोलर पार्क से बिजली उत्पादन को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। प्रोजेक्ट की लागत लगभग 400 करोड़ रुपए है। 540 वॉट पीक प्रति पैनल की साइज (5 बाय 3.5) फुट परियोजना स्थापना में लगभग 2 लाख पैनल लगाएं जएंगे। परियोजना से प्रतिदिन 100 मेगावॉट बिजली उत्पादन के साथ लगभग 100 लोगों को स्थाई रोजगार भी मिलेगा। परियोजना निर्माण के दौरान लगभग 500 से 750 लोग सीधे रोजगार से जुड़ेंगे। शुक्रवार को यह जानकारी सर्किट हाऊस पर आयोजित प्रेस कांफ्रेस में पूर्व विधायक दिलीपसिंह शेखावत ने दी है। शेखावत ने बताया कि सांसद अनिल फिरोजिया की मेहनत से यह संभव हो पाया है। प्रेस कांफ्रेंस में असंगठित कामगार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सुल्तानसिंह शेखावत, भाजपा मंडल अध्यक्ष सीएम अतुल, सांसद प्रतिनिधि प्रकाश जैन भी मौजूद थे।
1992 के बाद इस पर किसी ने नहीं दिया था ध्यान सांसद प्रतिनिधि जैन ने बताया कि बिजली परियोजनाओं लगाने के लिए वर्ष 1992 में यह जमीन एनटीपीसी ने खरीदी थी, लेकिन किसी कारण यहां प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो पाया। करीब 30 साल पुरानी इस जमीन पर प्रोजेक्ट लगाने के लिए सांसद ने प्रयास शुरू किए। 22 सितंबर 2020 को केंद्रीय नवीन और नवीनीकरण ऊर्जा मंत्रालय को पहला पत्र लिखा। मगर इसका कोई रस्पांस नहीं मिला। सांसद की तरफ से 22 सितंबर 2020, 2 नंवबर 2020, 2 दिसंबर 2020, 15 मार्च 2021, 31 अगस्त 2021 को पत्र लिखे। स्वयं सांसद फिरोजिया केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह से लगातार संपर्क में रहें। पूरी प्रक्रिया लगभग सवा साल चली। तब जाकर 8 मार्च 2022 को मंत्रालय ने सांसद को पत्र लिखकर यहां सौलर पार्क स्थापित करने की जानकारी दी। क्षेत्र की बिजली की अधिकतम खपत लगभग 110 मेगावॉट है। एनटीपीसी की इस जमीन पर सौलर पार्क लगने से 100 मेगावॉट में से 99.9 प्रतिशत बिजली हम खुद बनाएंगे। सोलर परियोजना का प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद क्षेत्र आत्मनिर्भर बन जाएगा। किसानों को भी सिंचाई के लिए बिजली के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।