नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Governor Jagdeep Dhankhar) और सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) के बीच टकराव कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब विधानसभा (West Bengal Assembly Session) के बजट सत्र के आरंभ में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान हुए हंगामे को लेकर सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल आमने-सामने हैं.
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने सदन के बजट सत्र के उद्घाटन के दिन सदन में अव्यवस्था की सराहना की, जब उन्हें अपना उद्घाटन भाषण छोटा करना पड़ा और पढ़ने के बजाय इसे पेश करना पड़ा. राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि सोमवार को हुई घटना के दौरान विधानसभा में मंत्रियों और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने उन्हें घेराव का शिकार बनाया था.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को अपनी महिला विधायकों की प्रशंसा करते हुए राज्यपाल से अनुरोध किया था कि वे बीजेपी सांसदों के मुखर विरोध के बीच सदन में अपना उद्घाटन भाषण पढ़ें. राज्यपाल धनखड़ ने एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय से इस घटना को लेकर उनसे मिलने के लिए कहा था. उन्होंने ट्वीट किया, विधानसभा के पवित्र परिसर में राज्यपाल का घेराव/नाकाबंदी का कोई औचित्य नहीं हो सकता, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा का सत्र चलने के कारण व्यस्तता के कारण मिलने से इनकार कर दिया था.
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के भाषण का एक वीडियो संलग्न करते हुए कहा, चिंतन करें !! हम कहां जा रहे हैं! और क्यों! माननीय मुख्यमंत्री किसकी सराहना कर रही हैं! सदन में अव्यवस्था! हम सभी को लोकतंत्र को आगे बढ़ाने के लिए काम करने की जरूरत है. राज्यपाल ने स्पीकर को लिखे अपने पत्र में कहा, कितनी विडंबना है कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन में विपक्ष के विरोध के बीच सत्ता पक्ष द्वारा भी अव्यवस्था में योगदान दिया गया.
हंगामे के मद्देनजर बीजेपी के दो विधायक हुए निलंबित
पश्चिम बंगाल विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन भारी हंगामा देखा गया था जब धनखड़ को हाल ही में संपन्न निकाय चुनावों में कथित हिंसा को लेकर बीजेपी विधायकों के शोर-शराबे के बीच अपना उद्घाटन भाषण सदन में रखने के लिए मजबूर होना पड़ा था. हंगामे के बीच सत्तारूढ़ टीएमसी की महिला विधायक राज्यपाल से अपना भाषण देने की अपील करती नजर आईं थीं. बुधवार को बीजेपी विधायकों के हंगामे को लेकर बंगाल विधानसभा में कड़ा कदम उठाते हुए बीजेपी के दो विधायकों को बजट सत्र तक निलंबित कर दिया. बीजेपी विधानसभा अध्यक्ष के इस फैसले का विरोध कर रही है और इसके खिलाफ सदन के अंदर हंगामा और विरोध प्रदर्शन किया.
टीएमसी ने राज्यपाल पर लगाया बीजेपी से सांठगांठ का आरोप
राज्यपाल के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि विधानसभा की पहले दिन की कार्यवाही के दौरान उन्होंने भाजपा विधायकों के अनियंत्रित व्यवहार का सामना किया, लेकिन उसे नजरअंदाज कर आरोप तृणमूल पर मढ़ दिया, जो केवल इस बात पर ध्यान केंद्रित कर रही थी कि वह अपना रस्मी बजट भाषण पूरा करें और किसी दुर्व्यवहार का सामना नहीं करें. घोष ने कहा, ‘‘राज्यपाल का ट्वीट उनके भाजपा से गठजोड़ का खुलासा करता है और संकेत देता है कि उनकी वास्तविक योजना प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही विधानसभा को छोड़ने की थी और हमारी महिला विधायकों ने ऐसा होने नहीं दिया.’’
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