1 अप्रैल से देश में लागू होंगी बीमा की नई दरें, सामान्य वाहनों के लिए बीमा होगा महंगा, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए होगा सस्ता
केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथोरिटी के साथ मिलकर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के लिए बनाई नई व्यवस्था
इंदौर, विकाससिंह राठौर। देश में पहली बार इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) को बढ़ावा देने के लिए आम वाहनों (Vehicles) की अपेक्षा ऐसे वाहनों को बीमा (Insurance) की प्रीमियम (Premium) में भी छूट दी जाएगी। यह व्यवस्था 1 अप्रैल से पूरे देश में लागू होगी, वहीं दूसरी ओर इसी दिन से सामान्य वाहनों (General Vehicles) को बीमा की ज्यादा प्रीमियम भी चुकानी होगी। इलेक्ट्रिक वाहनों को जहां थर्ड पार्टी बीमा (Third Party Insurance) की प्रीमियम में 15 प्रतिशत की छूट दी गई है, वहीं सामान्य वाहनों की लिए यह 10 से 20 प्रतिशत तक महंगा भी हो गया है।
केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (Union Ministry of Road Transport and Highways) ने इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलमेंट अथोरिटी (आईआरडीए) के साथ मिलकर देश में वाहनों के थर्ड पार्टी बीमा की दरें परिवर्तित किए जाने को लेकर ड्राफ्ट नोटिफिकेशन (Notification) जारी किया है। इसमें सभी तरह के वाहनों के लिए बीमा की नई दरें शामिल की गई हैं। ज्यादातर सामान्य वाहनों की बीमा दरों को बढ़ा दिया गया है, वहीं पहली बार पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए इलेक्ट्रिक और हाईब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों (Hybrid Electric Vehicles) के लिए बीमा दरों में छूट की व्यवस्था भी की गई है। इसके तहत इलेक्ट्रिक कारें, दो पहिया, यात्री वाहन, लोडिंग वाहनों को 15 प्रतिशत और हाईब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों को 7.5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, जबकि अब तक इलेक्ट्रिक वाहनों का बीमा सामान्य वाहनों की तरह ही किया जाता था।
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के मामलों में कंपनियों को चुकानी पड़ रही बड़ी राशि
देश में बीमा कंपनियों द्वारा लंबे समय से थर्डी पार्टी बीमा की प्रीमियम को बढ़ाने की मांग की जा रही थी। इसे 2019 में बढ़ाया गया था, लेकिन बीमा कंपनियों का कहना था कि देश में थर्ड पार्टी बीमा के मामलों में कंपनियों को हर साल बड़ी राशि मुआवजे के रूप में देना पड़ती है, इसलिए इसकी प्रीमियम और ज्यादा बढ़ाने की जरूरत है, जिसके बाद हाल ही में नई दरें जारी की गई हैं।
क्या होता है थर्ड पार्टी बीमा
बीमा विशेषज्ञ एडवोकेट संजय मेहरा (Insurance Specialist Advocate Sanjay Mehra ) ने बताया कि सभी वाहनों के लिए थर्ड पार्टी बीमा करवाना देश में अनिवार्य है। यह वाहन चालक द्वारा किसी दूसरे वाहन या व्यक्ति को दुर्घटना में मुआवजे की व्यवस्था करता है। यानी अगर आपकी गाड़ी का थर्ड पार्टी बीमा है और आप किसी वाहन या व्यक्ति को टक्कर मार देते हैं तो मुआवजे की राशि आपकी बीमा कंपनी देती है। दूसरे लोगों की रिस्क कवर करने के लिए इसे अनिवार्य किया गया है। जो व्यक्ति बिना थर्ड पार्टी बीमा के वाहन चलाते हुए किसी को नुकसान पहुंचाता है, ऐसी स्थिति में उसे खुद मुआवजे की राशि चुकानी पड़ती है।
यह होगी सामान्य वाहनों की थर्ड पार्टी बीमा दरें
वाहन दो पहिया वर्तमान शुल्क 1 अप्रैल से
75 सीसी तक 482 538
150 सीसी तक 752 714
350 सीसी तक 1193 1366
350 सीसी से ज्यादा 2323 2804
कार
1000 सीसी तक 2072 2094
1500 सीसी तक 3221 3416
1500 सीसी से ज्यादा 7890 7897
(राशि एक साल की थर्ड पार्टी प्रीमियम की है, इस पर 18 प्रतिशत जीएसटी अलग से लगेगा)
इलेक्ट्रिक वाहनों की थर्ड पार्टी की नई दरें
दो पहिया
3 किलोवॉट तक 457
3 से 7 किलोवॉट तक 2904
7 से 16 किलोवॉट तक 1161
16 किलोवॉट से ज्यादा 2382
प्राइवेट कार
30 किलोवॉट तक 1780
30 से 65 किलोवॉट तक 2904
65 किलोवॉट से ज्यादा 6712
(राशि एक साल की थर्ड पार्टी प्रीमियम की है, इस पर 18 प्रतिशत जीएसटी अलग से लगेगा)
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए फिलहाल है कई बड़ी चुनौतियां…
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए फिलहाल देश में कई बड़ी चुनौतियां हैं, जिनमें सबसे बड़ी चुनौती चार्जिंग स्टेशनों की कमी है, वहीं अभी इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें जहां ज्यादा हैं, वहीं लोगों में इसके लिए भरोसा कम है। सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित तो करना चाहती है, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरियां अभी काफी महंगी होने से वाहनों की कीमतें काफी ज्यादा हैं। इससे बड़ी मुसीबत चार्जिंग स्टेशनों को लेकर है। फिलहाल देश में पेट्रोल पंप के मुकाबले आधा प्रतिशत चार्जिंग स्टेशन भी उपलब्ध नहीं हैं।
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