नई दिल्ली । भारत सरकार (Indian Govt.) ने जानकारी दी है कि सुमी में फंसे (Trapped in Sumi) 700 भारतीय छात्रों (700 Indian Students) को निकालने का (To Rescue) काम शुरू हो गया है (Work Begins) । केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने बताया कि सुमी में फंसे हुए छात्रों को वहां से निकालकर दूसरी जगह ले जाया जा रहा है।
यूक्रेन के सुमी में रूसी कार्रवाई के रुकने के बाद अब मेडिकल छात्रों को वहां से निकाला जा रहा है। इन छात्रों के साथ रेड क्रॉस और भारतीय दूतावास के आधिकारिक लोग हैं। इस क्षेत्र में करीब 700 भारतीय छात्र फंसे हैं। रूस की तरफ से हो रही लगातार गोलीबारी की वजह से इन्हें अबतक नहीं निकाला जा सका था।यहां से छात्रों को बसों के जरिए पोल्तावा और बेलग्राद पहुंचाया जाएगा। जिसके बाद से वो हवाई, रेल और रोड ट्रांसपोर्ट से अलग-अलग चुनिंदा स्थानों पर भेजे जाएंगे।
उत्तर पूर्वी यूक्रेन में सोमवार को सूमी स्टेट यूनिवर्सिटी में लगभग 700 भारतीय छात्रों को निकालने पर अंतिम समय पर रोक लगा दी गई थी। इसको लेकर भारतीय दूतावास ने कथित तौर पर कॉलेज को जानकारी दी थी कि रोमानिया सीमा पर सुरक्षा कारणों से यात्रा शुरू करना सुरक्षित नहीं होगा।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने यूएनएससी बैठक में कहा, “भारतीयों के लिए निकासी अभियान में स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक निकासी उड़ानें भरी जा चुकी हैं। इस दौरान भारतीयों की सुविधा में यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई सहायता की हम प्रशंसा करते हैं।”
तिरुमूर्ति ने कहा कि हमने भारतीयों सहित सभी नागरिकों के लिए सुरक्षित मार्ग की अपनी अति-आवश्यक मांग को दोहराया है। हम इस बात से बहुत चिंतित हैं कि दोनों पक्षों से बार-बार आग्रह करने के बावजूद सुमी में हमारे छात्रों के लिए एक सुरक्षित मार्ग नहीं बन पाया।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved