भोपाल से आई एमडी ने डाला इंदौर में डेरा, पूरे 32 किलोमीटर का किया दौरा…
आज और कल भी लगातार करेगी समीक्षा, प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण बदलाव भी संभव
इंदौर। ऐसा लगता है मेट्रो ( Metro) प्रोजेक्ट बनाते समय शहर के मध्य और अत्यंत घने क्षेत्र में यातायात सहित अन्य दिक्कतों का ध्यान नहीं रखा गया। यही कारण है कि अब कोठारी मार्केट (Kothari Market) सहित अन्य क्षेत्रों के व्यापारी और नागरिक भी विरोध कर रहे हैं। मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन (Madhya Pradesh Metro Rail Corporation) की एमडी इंदौर (Indore) में ही डेरा डाले है। कल रविवार को उन्होंने इंदौर मेट्रो (Indore Metro) के पहले और दूसरे चरण के 32 किलोमीटर के पूरे रुट का वाहन और पैदल चलकर निरीक्षण किया और क्या-क्या मैदानी परेशानी आ रही है उसे समझा। अंडरग्राउंड (Underground) की जगह सघन इलाकों में एलिवेटेड ट्रैक (Elevated Track) पर विचार भी किया जा रहा है। वहीं राजवाड़ा (Rajwada) का स्टेशन ( Station) भी बड़वाली चौकी (Barwali Chowki) में प्रस्तावित किया गया है, जो यात्रियों को काफी दूर पड़ेगा और इस्तेमाल में भी परेशानी आएगी।
आज और कल भी एमडी इंदौर में ही रहकर मेट्रो प्रोजेक्ट की समूची समीक्षा करेगी, ताकि सघन क्षेत्रों में भी काम शुरू हो सके। अभी तो सुपर कॉरिडोर (Super Corridor) और एमआर-10 (MR-10) पर ही प्रोजेक्ट के काम शुरू हुए हैं। अगले साल तक मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा किया जाना है। 31.55 किलोमीटर में 29 स्टेशन बनना है, जिनमें 6 अंडरग्राउंड रहेंगे और 23 स्टेशन एलिवेटेड यानी जमीन के ऊपर बनेंगे। सबसे अधिक परेशानी अंडरग्राउंड मेट्रो में ही आ रही है, जो कि गांधी हॉल सेे लेकर बड़ा गणपति तक बनना है। इंदौर एयरपोर्ट से शुरू होकर सुपर कॉरिडोर, एमआर-10, शहीद पार्क, रोबोट चौराहा और वहां से पलासिया होते हुए गांधी हॉल, बड़ा गणपति, फिर वहां से एयरपोर्ट तक का मेट्रो का पूरा रुट रहेगा। शनिवार को जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद, कलेक्टर मनीष सिंह, निगमायुक्त प्रतिभा पाल सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में भी मेट्रो परियोजना के कार्य को गति देने और आ रही रुकावटों को दूर करने के संबंध में बैठक हुई। वहीं कल एमडी छवि भारद्वाज ने पूरे रुट का अवलोकन किया। इंदौर मेट्रो के उप महाप्रबंधक अनिल जोशी ने उन्हें अंडरग्राउंड स्टेशनों की जानकारी भी दी। आज और कल भी एमडी इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगी और आने वाली रुकावटों को कैसे दूर किया जाए इस पर निर्णय होगा।
गांधी हॉल से बड़ा गणपति तक ओवर हेड पर भी विचार
अभी गांधी हॉल से लेकर बड़ा गणपति तक अंडरग्राउंड (Underground) लाइन डलना है, जिसमें राजवाड़ा, बड़ा गणपति, रामचंद्र नगर, बीएसएफ और एयरपोर्ट में 6 अंडरग्राउंड स्टेशन बनना है, लेकिन गांधी हॉल से लेकर बड़ा गणपति तक चूंकि सघन इलाका है, लिहाजा यहां अंडरग्राउंड (Underground) की बजाय एलिवेटेड यानी ओवर हेड पर भी विचार किया जा सकता है। हालांकि डीपीआर बनाते वक्त इस पर ध्यान नहीं दिया गया।
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