नई दिल्ली: मोहाली में टीम इंडिया के सरजी यानी रवींद्र जडेजा छा गए गए हैं. उनके बल्ले से टेस्ट क्रिकेट में 4 साल बाद शतक देखने को मिला है. भारत के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) का टेस्ट क्रिकेट में ये दूसरा शतक (Century) है. ये कमाल उन्होंने मोहाली टेस्ट (Mohali Test) की पहली पारी में किया.
जडेजा के बल्ले से निकले शतक के बाद श्रीलंका पर भारत के बड़े स्कोर का संकट खड़ा हो गया है. बाएं हाथ के बल्लेबाज जडेजा ने इससे पहले अपना पहला और आखिरी टेस्ट शतक साल 2018 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ राजकोट टेस्ट में जड़ा था. तब वो 100 रन बनाकर नाबाद रहे थे.
रवींद्र जडेजा ने श्रीलंका के खिलाफ अपना शतक 160 गेंदों पर पूरा किया. इस दौरान उन्होंने अपनी इनिंग में 10 चौके लगाए. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपने दूसरे शतक की स्क्रिप्ट सिंगल के साथ श्रीलंकाई स्पिनर एंबुलडेनिया की गेंद पर लिखी. रवींद्र जडेजा ने मोहाली टेस्ट में शतक तो पूरा किया ही साथ ही क्रिकेट के इस फॉर्मेट में अपने सबसे बड़े स्कोर की स्क्रिप्ट भी लिखी.
जडेजा का दूसरा शतक और दो शतकीय साझेदारी
रवींद्र जडेजा ने शतकीय पारी के दौरान दो शतकीय साझेदारियां भी की. उन्होंने छठे विकेट के लिए ऋषभ पंत के साथ मिलकर 118 गेंदों पर टीम के लिए 104 रन जोड़े. तो 7वें विकेट के लिए अश्विन के साथ 174 गेंदों पर 130 रन की पार्टनरशिप की. मोहाली टेस्ट में रवींद्र जडेजा का शतक दूसरे दिन के पहले सेशन के खेल में देखने को मिला. इस शतक को जमाने के बाद वो अपने ही अंदाज में बल्ले को तलवार की तरह लहराकर जश्न मनाते दिखे.
जडेजा के शतक से भारत बड़े स्कोर की ओर
रवींद्र जडेजा के बल्ले से फूटे शतक के बाद श्रीलंका के सामने भारत के बड़े स्कोर का संकट पैदा हो गया है. भारतीय टीम बड़ी आसानी से 500 रन का आंकड़ा पार करती नजर आ रही है. भारत ने पहले दिन के स्कोर 6 विकेट पर 356 रन से आगे दूसरे दिन खेलना शुरू किया था. दूसरे दिन जडेजा और अश्विन ने पहले सेशन में भारत के लिए बेहतरीन बल्लेबाजी की. अश्विन 61 रन बनाकर आउट हुए, जो कि उनकी टेस्ट में 12वीं हाफ सेंचुरी थी.
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