उज्जैन। देवासगेट बस स्टैण्ड परिसर में पुराने टिकिट घर को तोड़कर महिला यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया था लेकिन यहाँ महिलाओं को बैठने का स्थान नहीं मिल पाता। महिलाओं की जगह यहाँ अधिकांश समय पुरुष ही बैठे नजर आते हैं। सिंहस्थ के दौरान देवासगेट बस स्टैण्ड से इंदौर तथा देवास की बसों का संचालन बंद कर दिया गया था और नानाखेड़ा बस स्टैण्ड से तभी से यह बसें चलाई जा रही है लेकिन ग्रामीण और अंचल क्षेत्रों में चलने वाली बसों को देवासगेट बस स्टैण्ड से ही संचालित किया जा रहा है। हालांकि अभी भी यहाँ से इंदौर तथा देवास के लिए बस चालकों द्वारा सवारियाँ बैठाई जाती है। यही कारण है कि देवासगेट बस स्टैण्ड परिसर में यात्रियों की दिनभर भीड़ रहती है। यहाँ बने महिला यात्री प्रतीक्षालय में दिनभर पुरुष बैठे रहते हैं। इस कारण महिला यात्रियों को बस स्टैण्ड परिसर में बाहर बैठना पड़ता है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved