उज्जैन। आज से 62 दिन पहले जिले में कोरोना की तीसरी लहर का पहला मामला सामने आया था। उसके बाद एक हफ्ते के अंतराल में ही संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 50 पार गया था और उज्जैन जिला कोरोना गाईड लाईन के मुताबिक रेड झोन में आ गया था। आज जाकर जिला रेड झोन से बाहर हुआ है और ओरेंज झोन में वापसी हुई है। अस्पतालों में भी अब कोरोना का एक भी भर्ती मरीज नहीं रहा है। संक्रमित 42 मरीज पूरे जिले में बचे हैं जो घरों में उपचार करा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कोरोना की पहली लहर 23 मार्च 2020 से जिले में शुरु हुई थी और उस दौरान 4 हजार 395 मरीज पॉजीटिव पाए गए थे। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर में 14 हजार 700 मरीज पूरे जिले में नए मिले थे। जबकि कोरोना की तीसरी लहर जो जिले में 7 दिसंबर 2021 को शुरु हुई थी जिसमें 5 हजार 268 मरीज कल शाम तक मिल चुके हैं। इनमें से कल 9 मरीजों की ठीक होने पर छुट्टी की गई तथा आज भी 1115 सेम्पलों की जाँच में से 5 नए मामले सामने आए हैं। इनमें उज्जैन शहर के दो हैं जबकि महिदपुर में 2 तथा नागदा तहसील में एक मरीज मिला है।
इन्हें मिलाकर पूरे जिले में अब मात्र कोरोना 42 पॉजीटिव मरीज रह गए हैं। नोडल अधिकारी डॉ. एच.पी. सोनानिया ने बताया कि यह सभी मरीज सामान्य लक्षण के कारण होम आईसोलेशन में उपचार करा रहे हैं। अस्पताल में अब कोरोना का एक भी पॉजीटिव केस नहीं बचा है। इसी के साथ अब जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 50 के नीचे आ गया है। उल्लेखनीय है कि कोरोना गाईड लाईन के मुताबिक जिलों में अगर 50 से ज्यादा मरीज हो तो उसे कोरोना के रेड झोन में माना जाता है, जबकि 10 से अधिक तथा 50 से कम केस होने जिले को ओरेंज झोन में रखा जाता है। जबकि 1 से 9 पॉजीटिव मरीज तक जिला ग्रीन झोन में रहता है और इसके बाद मामले शून्य होने पर कोरोना मुक्त माना जाता है। इसमें भी शर्त यह है कि किसी भी जिले में मामले शून्य होने के बाद अगर अगले 14 दिनों तक कोई नया केस नहीं आता तभी उस जिले को कोरोना मुक्त माना जाता है। 42 मरीज होने के बाद उज्जैन जिले की अब 62 दिन बाद ओरेंज झोन में वापसी हुई है, विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में जल्द ही मरीज और कम होंगे लेकिन सावधानी रखने की जरूरत है।
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