नई दिल्ली। महिला वर्ल्ड कप 2022 (Women’s World Cup) का आगाज 4 मार्च से हो रहा है। न्यूजीलैंड में होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए सभी टीमों ने जबर्दस्त तैयारी की है. मेजबान न्यूजीलैंड (New Zealand) खिताब की बड़ी दावेदार है वहीं हमेशा की तरह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज की टीमें भी चैंपियन बनने का दम रखती हैं। दो बार फाइनल में हार झेल चुकी टीम इंडिया (Team India) को इस बार चैंपियन बनने की उम्मीद जरूर होगी। खैर, चैंपियन कोई भी बने लेकिन महिला वर्ल्ड कप कम से कम विवादों से हो तो अच्छा रहेगा। वैसे विवाद खेल का हिस्सा हैं लेकिन पिछले वर्ल्ड कप में जिस तरह के विवाद हुए थे उसमें खिलाड़ियों से ज्यादा आईसीसी का दोष था. आईसीसी की उस नाकामी की वजह से साउथ अफ्रीकी टीम का वर्ल्ड कप जीतने का ख्वाब भी टूट गया था।
दरअसल साल 2017 में हुए महिला वर्ल्ड कप में 31 में से सिर्फ 10 ही मैच ऐसे थे जिनका प्रसारण चैनल पर हुआ था. जिन 10 मैचों का प्रसारण हुआ उसी में तीसरे अंपायर की सुविधा थी. जिनका प्रसारण नहीं हुआ वहां तीसरा अंपायर नहीं था और इसी से पैदा हुए विवाद. तीसरा अंपायर नहीं होने की वजह से कई गलत फैसले दिए गए और इसका खामियाजा टीमों ने भुगता।
सारा टेलर को नहीं दिया गया रन आउट
इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के लीग मैच में सारा टेलर एक करीबी रन आउट अपील में नॉट आउट करार दी गई. सारा जब 32 पर खेल रही थीं तो दूसरे रन लेते हुए उनके खिलाफ रन आउट अपील हुई जिसे स्क्वायर लेग अंपायर ने नकार दिया. मामला बेहद करीबी था लेकिन तीसरा अंपायर नहीं होने की वजह से सारा बच गई. इसके बाद सारा टेलर ने 147 रन ठोक दिे और इंग्लैंड ने रिकॉर्ड 373 रन बना डाले. साउथ अफ्रीकी महिला टीम वो मैच 68 रनों से हार गई।
साउथ अफ्रीकी टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच में भी कुछ ऐसा ही देखना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया की एलेक्स ब्लैकवेल की थ्रो सीधे स्टंप पर लगी और ऑलराउंडर मारिजेन कैप को अंपायर क्रिस ब्राउन ने आउट करार दिया. जबकि रीप्ले में साफ दिखाई दिया कि मारिजेन कैप क्रीज पर पहुंच चुकी थी. ये मैच भी साउथ अफ्रीकी टीम 59 रनों से हार गई. मारिजाने कैप ने एक इंटरव्यू में मैच के दौरान तीसरे अंपायर की व्यवस्था नहीं होने पर सवाल भी खड़े किए थे।
चेडिन नेशन को नहीं दिया गया रन आउट
ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले में भी ऐसा ही गलत फैसला देखने को मिला. चेडिन नेशन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में साफतौर पर रन आउट थीं लेकिन लेग अंपायर ने उन्हें नॉट आउट दिया. हालांकि ये फैसला ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नहीं गया और कंगारू टीम 8 विकेट से मैच जीती. साफ है 4 साल पहले हुए वर्ल्ड कप में तकनीक की कमी के चलते कई विवाद पैदा हुए थे. इस बार विवादों की वजह क्या होगी ये तो वर्ल्ड कप शुरू होने पर ही पता चलेगा।
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