इन्दौर। पंजीयन कार्यालय के लिए वर्ष 2021 कमाई के मामले में बड़ा ही भाग्यशाली रहा, वहीं 2022 में भी खूब रजिस्ट्री हो रही हैं। दो माह में ही 25 हजार रजिस्ट्री हुर्इं, जिससे पंजीयन एवं स्टांप शुल्क से रजिस्ट्रार कार्यालय के खजाने में 300 करोड़ रुपए आ गए हैं। आम जनता से लेकर, बिल्डर, कॉलोनाइजर व प्रॉपर्टी ब्रोकर खूब रजिस्ट्री करवा रहे हैं। उपमहानिरीक्षक बालकृष्ण मोरे ने बताया कि इंदौर शहर के मोती तबेला, एमओजी लाइन, ढक्कन वाला कुआं, प्रेस काम्प्लेक्स और ग्रामीण क्षेत्र महू, सांवेर और देपालपुर के रजिस्ट्रार कार्यालय में 1 फरवरी से लेकर 28 फरवरी तक कुल 13 हजार रजिस्ट्री हुर्इं। इन रजिस्ट्री के एवज में स्टांप व पंजीयन शुल्क से खजाने में 165 करोड़ रुपए की आय हुई है।
सबसे ज्यादा दिसंबर, फरवरी और जून माह में हुई आय
पंजीयन विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक सबसे ज्यादा रजिस्ट्री व पंजीयन शुल्क से कमाई फरवरी, दिसंबर और जून माह में हुई है। दिसंबर माह में 171 करोड़ की आय हुई। इसके पहले जून माह में 170 करोड़ की आय हुई थी। फरवरी माह में 165 करोड़ तथा जनवरी माह में 135 करोड़ रुपए पंजीयन एवं स्टांप शुल्क से खजाने में आए हैं। इसी प्रकार मई में 30 करोड़, जुलाई में 163 करोड़, अगस्त में 151 करोड़, सितंबर में 144 करोड़, अक्टूबर में 140 करोड़ तथा नवंबर में 124 करोड़ की आय हुई थी।
11 माह में 1 लाख 14 हजार रजिस्ट्री हुईं…1470 करोड़ की कमाई
शासन द्वारा इंदौर जिले के रजिस्ट्रार कार्यालय को वर्ष 2022 का टारगेट 1535 करोड़ रुपए का दिया गया था, जिसे पिछले माह बढ़ाकर 1600 करोड़ कर दिया गया है। 28 फरवरी तक 1470 करोड़ का राजस्व आ गया है। रजिस्ट्री कुल 1 लाख 14 हजार हुई हैं। पंजीयन विभाग के अधिकारियों द्वारा लक्ष्य से ज्यादा कमाई करने के लिए इस माह की शुरुआत से ही विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष शासन द्वारा इंदौर जिले को 1322 करोड़ रुपए का टारगेट दिया गया था। पंजीयन अधिकारियों ने सालभर में टारगेट से ज्यादा का राजस्व अर्जित किया गया था।
लक्ष्य से ज्यादा वसूली का प्रयास
पंजीयन डीआईजी बालकृष्ण मोरे ने बताया कि शासन ने 1600 करोड़ का लक्ष्य दिया है। प्रयास यही है कि इससे ज्यादा वसूली की जाए। इसी को लेकर 1 मार्च से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के रजिस्ट्रार कार्यालयों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। सभी सब-रजिस्ट्रारों सहित अन्य अधिकारियों, कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे निर्धारित समय पर कार्यालय आएं और पूरा काम समाप्त करने के बाद ही जाएं। सभी के प्रयास से उम्मीद है कि लक्ष्य से ज्यादा आय होगाी।
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