नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन का युद्ध ( Russia Ukraine War) खतरनाक होता जा रहा है, क्योंकि जिस तरह से दोनों देश हथियार डालने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि जिस तरह दूसरे देशों ने रूस ( Russia) पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं इसके बाद भी हमले जारी है।
मीडिया खबरों के अनुसार यूक्रेन पर हमला (Russia-Ukraine War) करने के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के फैसले के बाद रूस को कई मोर्चे पर प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है. इससे न सिर्फ रूस की अर्थव्यवस्था (Russian Economy) ही नहीं बल्कि रूस के अरबपतियों को भी काफी नुकसान हो रहा है। रूस के शेयर बाजारों में भी लगातार गिरावट का दौर जारी है। जिस यहां की अर्थव्यवस्था में कमजोर होती जा रही है।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक दुनिया के टॉप-500 अमीरों में शामिल रूस के अरबपतियों की कुल संपत्ति में अब तक 83 अरब डॉलर की गिरावट आ चुकी है. इसकी प्रमुख वजह रूस के शेयर बाजारों (Russian Share Market) में भारी गिरावट है।
बता दें कि यूक्रेन (Ukraine) पर हमले के बाद रूस (Russia) को कड़े आर्थिक प्रतिबंधों (Sanctions) का सामना करना पड़ रहा है। रूस के सेंट्रल बैंक (Russian Central Bank) पर भी कई देश प्रतिबंध लगा चुके हैं और उसे इंटरनेशनल पेमेंट सिस्टम स्विफ्ट (SWIFT) से बाहर किया जा रहा है. इन कदमों का रूस की करेंसी, इकोनॉमी और स्टॉक मार्केट पर बड़ा असर हो रहा है।
रूस-यूक्रेन का युद्ध ( Russia Ukraine War) के चलते हालात तेजी से बदल रहे हैं, इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Russian President Vladimir Putin) ने अमेरिका (America) और उसके सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए विशेष आर्थिक प्रतिबंधों का आदेश (special economic sanctions order) दिया है. स्पुतनिक (sputnik) ने क्रेमलिन प्रेस सर्विस का हवाला देते हुए बताया कि पुतिन ने अमेरिका और उससे जुड़े देशों के खिलाफ कार्रवाई की है। क्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद अब विश्व युद्ध का खतरा बढ़ता जा रहा है।
क्रेमलिन प्रेस सर्विस ने डिक्री का हवाला देते हुए कहा कि कि अब निर्यातकों को 1 जनवरी 2022 से क्रेडिट की गई विदेशी मुद्रा आय का 80 प्रतिशत अनिवार्य रूप से खर्च करना होगा और उससे अधिकृत बैंकों में जमा करना होगा. उन्हें तीन कार्य दिवसों के भीतर अधिकृत बैंकों में उनके खातों में जमा करने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा, OFAC ने रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष पर प्रतिबंधात्मक प्रतिबंध लगाए हैं।
इससे पहले, यूक्रेन में रूसी सैन्य अभियान के चलते पश्चिमी देशों ने मॉस्को के खिलाफ नए प्रतिबंधों की शुरुआत की थी. अमेरिकी राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने प्रेस बयान में कहा कि किसी भी अमेरिकी व्यक्ति को रूसी संघ से जुड़े सेंट्रल बैंक, रूसी संघ का राष्ट्रीय धन कोष, या रूसी संघ के वित्त मंत्रालय से किसी भी लेनदेन के संचालन से प्रतिबंधित किया गया है. अमेरिकी कार्रवाई रूसी केंद्रीय बैंक के साथ अमेरिकी डॉलर के लेनदेन को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर देगी और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष को पूरी तरह रोक देगी।
दूतावास के राजनयिकों को निकलने के निर्देश
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने सोमवार को एक बयान में मिन्स्क में दूतावास में संचालन को स्थगित करने और मॉस्को से दूतावास कर्मियों के प्रस्थान की घोषणा की. उन्होंने कहा, ‘‘यूक्रेन में रूसी सैन्य बलों द्वारा किए गए अनुचित हमले की वजह से सामने आए सुरक्षा मुद्दों के कारण हमने ये कदम उठाए हैं।’’
हटाए जाएंगे रूस से आने वाले पदार्थ
डब्ल्यूपीएक्सआई-टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, पेन्सिल्वेनिया के गवर्नर टॉम वोल्फ ने रविवार को पेन्सिल्वेनिया शराब नियंत्रण बोर्ड को स्टोर से रूस से आपूर्ति होने वाले उत्पादों को हटाने को कहा है. उन्होंने कहा कि बोर्ड ने ऐसी दुकानों की पहचान पहले ही कर ली है और उन्हें इनकी बिक्री न करने की अपील की है. बोर्ड ने बाद में अपने जवाब में कहा कि यूक्रेन के लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने और उनका समर्थन करने के लिए रूस निर्मित उत्पादों को दुकानों और आलमारियों से हटा दिया जाएगा।
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