दुग्ध संघ ने बढ़ाए भाव, दुग्ध उत्पादकों को ही मिलेगा बढ़े हुए दाम का फायदा
इंदौर। 1 तारीख से खुला दूध (milk) खरीदने वाले लोगों को दूध महंगा पडऩे वाला है। दुग्ध संघ (milk union) ने दूध के दाम 3 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं, जिससे अब 50 रुपए प्रति लीटर दूध उपभोक्ताओं (consumers) को मिलेगा। हालांकि संघ का दावा है कि बढ़े हुए दाम का लाभ सीधे दूध उत्पादकों को ही मिलेगा, क्योंकि महंगाई (inflation) के कारण कपास्या खली (cotton cake), भूसा और चापड़ के भाव बढ़ गए हैं।
अभी तक उपभोक्ताओं (consumers) को 47 रुपए प्रति लीटर दूध उनके घर बैठे मिलता था। कल दूध विक्रेता संघ (milk seller union) की बैठक में भाव बढ़ाने का निर्णय लिया गया। बैठक में उमाशंकर जोशी, तुलसीराम पाल, महेश शर्मा, शंकरलाल जोशी, भानु पुरोहित, तिलक गुर्जर सहित कई दूध विक्रेता शामिल हुए। संघ के अध्यक्ष भरत मथुरावाला (Bharat mathurawala) की अध्यक्षता में हुई बैठक में दूध उत्पादन एवं दूध व्यवसाय पर पड़ रही महंगाई की मार को लेकर यह निर्णय लिया गया। मथुरावाला ने बताया कि पशु आहार की कीमतों में वृद्धि होने के कारण न चाहते हुए भी भाव बढ़ाना पड़े हैं। कपास्या खली के भाव भी 3 हजार 825 रुपए तक पहुंच गए हैं। वहीं चापड़ और भूसे के दाम भी बढ़ गए हैं। इसलिए 1 मार्च से दूध उत्पादकों से साढ़े पांच से 6 फैट तक का दूध डेढ़ रुपए सेवा शुल्क सहित खरीदा जाएगा। यानी उत्पादकों से 50 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से ही दूध खरीदा जाएगा और उपभोक्ताओं (consumers) को इसी दाम में बेचा जाएगा। दुकानों से बेचा जाने वाला दूध पैकिंग चार्ज (milk packing charge) और अन्य खर्चे जोडक़र उपलब्ध कराया जा सकता है। दूध के भावों में वृद्धि का पूरा लाभ उत्पादकों को ही मिलेगा। इंदौर जिले के साथ आसपास के क्षेत्रों में करीब डेढ़ लाख दूध उत्पादक किसान (milk producer farmers) हैं।
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