उज्जैन। ऋषिनगर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय प्रांगण में आजादी का अमृत के तहत सेवा प्रभाग और व्यापार एवं उद्योग प्रभाग का कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुख्य वक्ता ब्रह्मा कुमारी मंजू दीदी कहा कि परमपिता परमात्मा विश्व कल्याणकारी है, वह हमें अमूल्य दो निधि प्राप्त कराता है। जो मुक्ति और जीवन मुक्ति है। मुक्ति अर्थात इन दुखों से और जन्म मरण के चक्र से मुक्त कर दे और घर वापस ले जाए और दूसरा है जीवन मुक्ति जहां जीवन में होते भी कोई प्रकार का बंधन ना हो आज के समय में हर आत्मा जीवन बंद में है। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने बताया कि परमात्मा शिव तो है ही कल्याणकारी करण करावन हार और हम कठपुतली की तरह हैं। शिव शब्द का अर्थ ही है कल्याणकारी, परंतु अहंकार जहां आ जाता है वह सेवाभाव सेवा नहीं रह जाता। महत्व सेवा का नहीं सेवा सेवा भाव का है। अंत में 21 फीट हाइट के शिवलिंग की सामूहिक महाआरती से कार्यक्रम संपन्न किया गया। इस अवसर पर रमेश सामधानी, रवि प्रकाश लंगर, नलिनी लंगर, श्याम माहेश्वरी, सुभाष चंद्र दुबे, बहन सुरेखा दुबे सम्मिलित हुए। कुमारी हिमाक्षी और कु. शानवी ने शिव अवतरण पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया।
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