नई दिल्ली: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद YouTube ने रूसी सरकार के मीडिया संस्थान RT सहित कई रूसी चैनलों को अपने वीडियो के साथ चलने वाले विज्ञापनों से पैसा कमाने पर रोक लगा दी है. ‘असाधारण परिस्थितियों’ का हवाला देते हुए YouTube ने कहा कि यूट्यूब कई चैनलों के मुद्रीकरण (monetize) पर रोक लगा रहा है. जिसमें यूरोपीय संघ के हाल के प्रतिबंधों में शामिल कई रूसी चैनल भी शामिल हैं. गौरतलब है कि वीडियो पर विज्ञापन प्लेसमेंट को काफी हद तक YouTube से ही कंट्रोल किया जाता है. रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद फेसबुक ने भी ऐसा ही किया था. सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर ( Twitter) ने भी एक ट्वीट में कहा कि रूस में कुछ यूजर्स के लिए ट्विटर के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है.
यूरोपीय संघ ने बुधवार को मार्गरीटा सिमोनियन (Margarita Simonyan) सहित कुछ व्यक्तियों पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी. मार्गरीटा सिमोनियन को RT की प्रधान संपादक और रूसी प्रोपेगेंडा की ‘एक प्रमुख हस्ती’ बताया जाता है. YouTube के प्रवक्ता फरशाद शादलू (Farshad Shadloo) ने कहा कि जिन चैनलों पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनके वीडियो के लिए सिफारिशें भी कम हो जाएंगी. उन्होंने बताया कि यूक्रेन सरकार के अनुरोध के बाद अब आरटी और कई अन्य चैनल यूक्रेन में नहीं देखे जा सकेंगे. बता दें कि रूस ने फेसबुक द्वारा क्रेमलिन स्थित मीडिया पर प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर फेसबुक के इस्तेमाल पर ‘आंशिक पाबंदी’ लगाई है.
यूक्रेन के डिजिटल मंत्री मायखाइलो फेडोरोव (Mykhailo Fedorov) ने ट्वीट किया था कि उन्होंने Russia24, TASS, RIA Novosti जैसे रूसी प्रोपेगेंडा चैनलों को ब्लॉक करने के लिए YouTube से संपर्क किया था. बहरहाल आरटी और सिमोनियन ने इस मामले पर टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया. YouTube ने उन दूसरे चैनलों के नाम बताने से इनकार कर दिया, जिन्हें उसने प्रतिबंधित किया है.
पिछले कई साल से YouTube पर रूसी सरकार से संबंध रखने वाले चैनलों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा जाता रहा है. उन पर आरोप है कि वे गलत सूचना फैलाते हैं, और इससे उनको लाभ हासिल नहीं होना चाहिए. एक अनुमान के हिसाब से रूस को दिसंबर 2018 तक दो साल में 26 YouTube चैनलों के विज्ञापनों से 7 मिलियन से 32 मिलियन डॉलर हासिल हुए थे.
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