इंदौर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के आयुर्वेद इंटर्न, गृह चिकित्सक और स्नातकोत्तर छात्र (Ayurveda Intern, Home Doctor and Post Graduate Student) अपनी पांच सूत्री मागों को लेकर कल से प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे। आयुष विभाग से लगातार और कई बार पत्राचार करने और संबंधित अधिकारियों से मिलने के बाद भी मांगें पूरी नहीं होने पर छात्र नाराज हैं। ये धरना प्रदेशभर में होगा।
धरना प्रदर्शन में प्रदेश के 7 सरकारी और 13 निजी आयुर्वेदिक कॉलेज शामिल होंगे। छात्र जबलपुर की मेडिकल यूनिवर्सिटी (Medical University of Jabalpur) से अलग एक आयुष विश्वविद्यालय (Ayush University) का गठन और आयुष औषधालय खोलने समेत कई मांगें कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण काल में आयुष के छात्र एमबीबीएस इंटर्न (MBBS Intern) के साथ कोविड वार्डों में ड्यूटी कर रहे थे। विधानसभा सत्र (assembly session) के दौरान विधानसभा या अन्य स्थानों पर भी बड़े पैमाने पर आयुष इंटर्न की ड्यूटी लगाई जाती है, लेकिन हम लोगों को आधी शिष्यवृत्ति दी जाती है। डॉ. शंशाकसिंह बैस (Dr. Shanshak Singh Bais) ने बताया कि वर्ष 2014 से बीएएमएस छात्रों और पीजी (BAMS STUDENTS & PG) के छात्रों द्वारा विभाग को 70 से अधिक बार ज्ञापन व पत्र देने के बाद भी मांगों पर कोई सकारात्मक विचार नहीं किया गया है, जिसके कारण प्रदेशभर में कल धरना प्रदर्शन के बाद हड़ताल की जाएगी। ये तब तक जारी रहेगी, जब तक कि मांगें नहीं मानी जातीं। अष्टांग आयुर्वेद कॉलेज में कल से आयुष के जूनियर से लेकर जूडा तक हड़ताल पर रहकर प्रदर्शन करेंगे।
ये हैं प्रमुख मांगें
– आयुर्वेद इंटर्न, गृह चिकित्सक एवं स्नातकोत्तर छात्रों की शिष्यावृत्ति एलोपैथी के इंटर्न, जूनियर रेजिडेंट व स्नातकोत्तर छात्रों के समतुल्य की जाए।
– मप्र आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय जबलपुर से आयुष शाखा को पृथक कर भोपाल स्थानांतरित किया जाए।
– आने वाले समय में अलग से आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना की जाए।
– लोकसेवा आयोग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पदों पर प्रतिवर्ष भर्तियां की जाएं। इस वर्ष आयोजित होने वाली परीक्षा में संविदाकर्मियों को मिलने वाला 15 प्रतिशत अंक हटाया जाए।
– जनसंकल्प 2013 में एक हजार नए आयुष औषधालय खोलने की घोषणा की गई थी, जिसमें सिर्फ 148 ही खोले गए हैं। घोषणा के अनुरूप बाकी आयुष औषधालय खोलने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाए।
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