कतर। भारत (India) हो या विदेश, आपने ज्यादातर यहां की सड़कें काले रंग (roads black) की ही देखी होंगी। लेकिन एक देश ऐसा भी जहां की सड़कें नीली देखने को मिलती हैं। जी हां, कतर देश में सड़कों का रंग नीला होता है, जिसे देखने के बाद यहां आने वाले हर व्यक्ति को यही लगता है कि कतर ने अपनी सड़कों को खूबसूरत दिखाने के लिए नीले रंग का इस्तेमाल (Use of blue color to make the roads beautiful) किया होगा। आपको बता दें, पहले यहां भी सड़कों का रंग काला या ग्रे दिया जाता था, लेकिन अब इन्हें नीला रंग देने का कारण कुछ और है। जानने के बाद आप भी यही कहेंगे कि भारत में फिर तो इसी रंग की सड़कें होनी चाहिए।
यह पहले शहर से किया गया था शुरू
आपको बता दें कि कतर के दोहा शहर में सबसे पहले नीली सड़कें तैयार करने का काम शुरू हुआ था। कतर ने नीली सड़कें बनाने का शुरूआती काम दोहा से किया है। कतर ने ये देखने के लिए कई टेस्ट भी किए हैं, जिसमें ये पता लगाया जा सके कि क्या वाकई में नीली सड़कों से तापमान कम होता है। इसके लिए कतर में 18 महीने का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। जानकारों के मुताबिक कतर ने अपने सड़कों का तापमान कम करने के लिए ऐसी योजना बनाई थी। इसके अलावा, तापमान के अंतर को देखने के लिए कई सेंसर भी लगाए थे, जिनकी मदद से होने वाले बदलाव देखे जा सकें।
रंग बदलने से क्या होगा फायदा –
वैज्ञानिकों के अनुसार, काले या भूरे रंग की सड़क का तापमान 20 से 25 डिग्री से अधिक होता है। ऐसा माना जाता है कि काला रंग सबसे ज्यादा गर्मी खींचता है। यही कारण है कि यदि सड़क के किनारे पेड़ न हों तो उनका तापमान और भी बढ़ जाता है। इसलिए कतर अपनी सड़कों को नीले रंग में बदलकर यहां के तापमान को 15 से 20 डिग्री कम करने की कोशिश कर रहा है। वैसे आपको बता दें, ये पहली बार नहीं है, कतर के अलावा लास वेगास, मक्का और टोक्यो शहर की सड़कों को भी नीले रंग से रंगा गया है।
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