इंदौर। इंदौर के बहुचर्चित बल्ला कांड (Indore’s famous bat case) में अब नया मोड़ आ गया है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय (BJP General Secretary Kailash Vijayvargiya) के विधायक पुत्र (MLA son) आकाश विजयवर्गीय (MLA Akash Vijayvargiya) के खिलाफ आपराधिक मामले (criminal cases against) में नगर निगम अधिकारी धीरेंद्र बायस (Municipal Corporation Officer Dhirendra Bais) कोर्ट में अपने बयान से पलट गए हैं. हालांकि, बयान से पलट जाना अब इस अधिकारी को महंगा पड़ गया है. राजनीतिक दबाव (political pressure) में आए अधिकारी को अब लोग सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो पोस्ट करके सबूत दिखा रहे हैं.
कांग्रेस ने भी अधिकारी को निशाने पर लिया
बल्ला कांड में अपने बयान से पलटने वाले निगम अधिकारी को कांग्रेस ने अपने निशाने पर ले लिया कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा कि जब बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र को बल्ले से नहीं पीटा तो फिर विधायक के नाम बल्ला मारने की झूठी रिपोर्ट लिखवाने वाले अधिकारी पर कोर्ट एवं प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए. क्योंकि, इस अधिकारी की रिपोर्ट पर एक विधायक को जेल की हवा खानी पड़ी थी. निगम इस अधिकारी की सेवाएं समाप्त कर बर्खास्त करे.
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