नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के पुरानी सीमापुरी में विस्फोटक मिलने के दूसरे दिन शुक्रवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि पूरे शहर में विस्फोट करने के लिए आईईडी तैयार किए गए थे। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार को पुरानी सीमापुरी के एक घर और पिछले महीने गाजीपुर बाजार में मिले आईईडी शहर भर में सार्वजनिक स्थानों पर विस्फोट करने के इरादे से तैयार किए गए थे।
स्थानीय समर्थन के बिना ऐसी गतिविधियां संभव नहीं हैं। दूसरी तरफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) व यूपी एटीएस की टीमें शुक्रवार को ओल्ड सीमापुरी पहुंचीं। पुलिस आयुक्त ने बताया कि सीमापुरी में मिली 2.5 से 3 किलोग्राम वजनी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) को बाद में डिफ्यूज कर दिया गया, जबकि घर के मालिक और एक प्रॉपर्टी डीलर से पुलिस पूछताछ कर रही है। 17 जनवरी को गाजीपुर में एक आईईडी बरामद किया गया था। राकेश अस्थाना ने कहा कि जांच में यह बात सामने आई है कि आईईडी को सार्वजनिक स्थानों पर विस्फोट करने के इरादे से तैयार किया गया था।
स्थानीय समर्थन के बिना ऐसी गतिविधियां संभव नहीं हैं। स्पेशल सेल समेत अन्य टीमें मामले की गहनता से जांच कर रही है। वह गाजीपुर व ओल्ड सीमापुरी में आपस में क्या लिंक हैं इसको लेकर भी जांच की जा रही है। दिल्ली पुलिस स्थानीय व विदेशी नेटर्वक की भी जांच कर रही है।
इलाके की सुरक्षा बढ़ाई गई
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संदिग्ध बैग मिलने के बाद आसपास की इमारतों से करीब 400 लोगों को बाहर निकाला गया था। पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है। जिस मकान में विस्फोटक मिला है उसकी घेराबंदी की हुई है।
खास बात यह है कि गणतंत्र दिवस से पहले स्थानीय थाना पुलिस ने किराएदारों का वेरिफिकेशन किया था। इसके बावजूद इस तरह की घटना सामने आ रही है। स्पेशल सेल की एक टीम ने बिल्डिंग के अंदर और आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी बरामद की है।
सीसीटीवी फुटेज को देखकर आरोपियों का पता लगाया जा रहा है। मकान मालिक हाशिम की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में मकान के मालिक ने पुलिस को बताया कि उसने मकान किराए पर देते समय दो लोगों के कागजात उपलब्ध कराए थे। पुलिस अन्य दस्तावेज बरामद कर रही है।
आमोनियम नाइट्रेट व आरडीएक्स का मिश्रण है
एनएसजी के सूत्रों ने कहा था कि विस्फोटक में अमोनियम नाइट्रेट और आरडीएक्स का मिश्रण होने का संदेह है। हालांकि फोरेंसिक लैब में जांच के बाद ही पता लगेगा। गाजीपुर फूलमंडी में मिला विस्फोटक भी अमोनियम नाइट्रेट व आरडीएक्स का मिश्रण था। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों के तार आपस में जुड़े हुए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गाजीपुर फूल बाजार मामले की जांच में पुलिस को पुरानी सीमापुरी में विस्फोटक के बारे में गुप्त सूचना मिली।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि टीम जब घर गई तो वह खाली था। बैग वहीं मिला और तुरंत एनएसजी को सूचित किया। संदिग्ध भागने में सफल रहे हो गए हैं। ये भी संदेह है कि ओल्ड सेमपुरी से बरामद विस्फोटक उन्हीं व्यक्तियों द्वारा बनाया गया है, जिन्होंने पिछले महीने गाजीपुर फूल बाजार में आईईडी रखा था। एनएसजी के एक अधिकारी ने कहा कि आईईडी को एक जल अवरोधक का उपयोग करके नष्ट कर दिया गया था। मौके से उठाए गए सैंपल दिल्ली पुलिस को सौंप दिए गए हैं।
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