भोपाल। मप्र के अन्नदाता को अभी हाल ही में बीमा की राशि देने के बाद गुरूवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक और सौगात देने जा रहे हैं। यह सौगात है बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों के एवज में अन्नदाता को राहत राशि का। प्रदेश के किसानों को पौने दो सौ करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए गुरुवार को बाकायदा एक कार्यक्रम आयोजित होगा। इस राज्य स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राहत राशि वितरण की शुरुआत करेंगे। गौरतलब है कि देशभर में किसानों की सहायता के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रहीं हैं। मप्र में भी किसान हितैषी कई कदम उठाए जा रहे हैं। इसी क्रम में मध्य प्रदेश में ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को राहत राशि दी जा रही है। प्रदेश के 25 जिलों में ओलावृष्टि से खरीफ की फसलें प्रभावित हुई थी। गौरतलब है कि किसानों को अब सरकार राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रविधान के अनुसार आर्थिक सहायता देगी- जानकारी के अनुसार ओलावृष्टि से एक लाख 71 हजार से ज्यादा किसानों की फसलें खराब हुई हैं। इन सभी किसानों को अब सरकार राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रविधान के अनुसार आर्थिक सहायता देगी।
25 जिलों में ओलावृष्टि से खरीफ की फसलें प्रभावित
राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत के अनुसार प्रदेश के 25 जिलों में ओलावृष्टि से खरीफ की फसलें प्रभावित हुई थी। इसके बाद एक-एक गांव का संयुक्त दल बनाकर सर्वे कराया गया। पंचनामा बनाकर प्रभावित किसानों की सूची पंचायत भवन में चस्पा कराई गई, ताकि दावा आपत्ति की जा सके। प्रदेश के कई किसानों की फसल बीमा की राशि भी किसान के खातों में जमा कराई गई है- हाल ही में मध्यप्रदेश के कई किसानों की फसल बीमा की राशि भी किसान के खातों में जमा कराई गई है। इस पर राजनैतिक विवाद भी हो रहे हैं। कृषि मंत्री कमल पटेल के मुताबिक नियमानुसार बैंक ही राशि फसल बीमा की राशि का समायोजन करते हैं। उनका आरोप है कि कमल नाथ सरकार ने फसल बीमा का प्रीमियम तक जमा नहीं किया था जिसकी वजह से किसानों को 2019 का फसल बीमा नहीं मिला था। शिवराज सरकार आने के बाद दो हजार 200 करोड़ रुपये का प्रीमियम जमा करके किसानों को बीमा राशि दिलाई गई थी।
सरकार ने संयुक्त दल बनाकर कराया था सर्वे
गौरतलब है कि जनवरी में ओलावृष्टि और वर्षा से खरीफ फसलों को नुकसान हुआ था। अब सरकार इसकी की भरपाई सरकार करेगी। गुरुवार को साढ़े तीन बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सिंगल क्लिक के माध्यम से एक लाख 71 हजार से ज्यादा किसानों के खातों में दो सौ करोड़ रुपये से अधिक की राहत राशि जमा कराएंगे। ओलावृष्टि से एक लाख 61 हजार हेक्टेयर क्षेत्र की फसल प्रभावित हुई थी। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने किसानों को राहत पहुंचाने के लिए फसलों को हुई क्षति का राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों का संयुक्त दल बनाकर सर्वे कराया था। सर्वे में कोई किसान छूट न जाए, इसलिए पंचायत भवन में प्रभावित किसानों की सूची चस्पा की गई। दावा-आपत्ति लेने के बाद क्षतिपूर्ति के प्रकरणों को अंतिम रूप दे दिया है।
सागर में सबसे अधिक प्रभावित
राजस्व विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ओलावृष्टि और बारिश से सबसे अधिक सागर जिले के किसानों की फसल खराब हुई थी। आंकड़ों के अनुसार सागर जिले के 167 गावों के 31,311 किसानों की फसल खराब हुई है। वहीं रायसेन के 886,राजगढ़ के 4,136, विदिशा के 1,710, भिंड के 3,698, ग्वालियर के 15,562, अशोक नगर के 12,975, शिवपुरी के 19,761, दतिया के 332, गुना के 11,672, धार के 13, झाबुआ के 323, बालाघाट के 130, छिंदवाड़ा के 2,192, मंडला के 684, सिवनी के 18,061, बैतूल के 108, हरदा के 7,382, सतना के 23, टीकमगढ़ के 546, निवाड़ी के 22,860, उज्जैन के 5,215, मंदसौर के 5,384, नीमच के 625 और रतलाम के 6,401 किसानों को राहत राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन किसानों को राहत राशि देंगे साथ ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद भी करेंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved