उज्जैन। चिंतामण गणेश मंदिर के आसपास प्रसाद की दुकानों पर मिलावटी सामान बेचने की खबरें आती रहती हैं। कल कलेक्टर के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम यहाँ जाँच करने पहुँची और क्षेत्र में संचालित सांवरिया सेठ रेस्टोरेंट से नकली हलवा जब्त कर नमूने लिए। दुकानदार इसे मिल्क केक बताकर सस्ते में बेच रहा था। मिलावट से मुक्ति अभियान अंतर्गत खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के दल ने चिंतामन गणेश स्थित सांवरिया सेठ रेस्टोरेंट पर कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान रेस्टोरेंट में नकली मिल्क केक जो हलवे के नाम से 3.5 किलो की पैकिंग में ग्वालियर से आता है एवं राजस्थान में बनता है। उक्त सांवरिया सेठ रेस्टोरेंट के संचालक अजय बरैया यहाँ बेच रहा था।
बरैया द्वारा कैटरिंग का भी कार्य किया जाता है। वह उक्त हलवे की पैकिंग को खोलकर मिल्क केक की स्लाइस काटकर ट्रे में रखकर मिल्क केक के रूप में बेच रहा था तथा शादी ऑर्डर आने पर इनके द्वारा सप्लाई किया जाता है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने शंका के आधार पर मिल्क केक (हलवा) एवं मावा बर्फी के नमूने लेकर खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला भोपाल भेजे गये हैं। शेष 42 किलोग्राम नकली मिल्क हलवे को जब्त किया गया। अधिकारियों को पूछताछ में संचालक ने बताया कि उक्त मिल्क केक 170 रुपए किलो की दर से ग्वालियर से खरीदता हैै। वास्तविक मिल्क केक पूर्णत: दूध एवं शक्कर से बनी मिठाई होती है, जिसकी 1 किलो लागत लगभग 350 रुपए आती है। जांच दल में खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष कुमार स्वामी, बी.एस.देवलिया, प्रभुलाल डोडियार एवं नमूना सहायक मोहम्मद सलीम खान आदि शामिल थे।
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