जबलपुर। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय (Madhya Pradesh High Court) में छह नये न्यायाधीशों (six new judges) के रूप में नियुक्ति के लिए उच्चतम न्यायालय कालेजियम द्वारा पिछले दिनों की गई छह नामों की अनुशंसा की गई थी। राष्ट्रपति द्वारा इन नामों को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही गुरुवार को छह नये जजों की नियुक्ति आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में जिन छह नये जजों की नियुक्ति की गई है, उनमें जबलपुर के वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह भट्टी, ग्वालियर के अधिवक्ता द्वारकाधीश बंसल, इंदौर के अधिवक्ता मिलिंद रमेश फडके, उज्जैन जिला जज प्रकाश चंद्र गुप्ता, इंदौर जिला जज दिनेश कुमार पालीवाल और जिला जज अमरनाथ केसरवानी शामिल हैं। इनके नामों को राष्ट्रपति का अनुमोदन मिला है। इन छह नए जजों की नियुक्ति के साथ ही मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में अब न्यायाधीशों की संख्या 29 से बढ़कर 35 हो गई है।
बता दें कि मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों के कुल स्वीकृत पद 53 हैं। इस लिहाज से फिलहाल यहां जजों की संख्या कम है, लेकिन छह नये जजों से अदालती कामकाज में तेजी आने की संभावना है।
राष्ट्रपति ने तीन हाई कोर्ट के लिए 16 जजों की नियुक्ति की
दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीन हाई कोर्ट के लिए 16 जजों की नियुक्ति की है। इसी के साथ राष्ट्रपति ने जस्टिस मुनीश्वर नाथ भंडारी को मद्रास हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस नियुक्त किया है।
आज जारी नोटिफिकेशन में राष्ट्रपति ने आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के जज के रूप में जिन सात नामों को नियुक्ति किया है, उनमें कोनाकांति श्रीनिवास रेड्डी ऊर्फ श्रीनिवास रेड्डी, गन्नामनेनी रामकृष्ण प्रसाद, वेंकटेश्वरुलु निम्मागड्डा, तारलादा राजशेखर राव, सत्ती सुभाष रेड्डी, रवि चीमालापति और वैदिबोयाना सुजाता शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के जज के रूप में जिन सात नामों को नियुक्त किया है, उनमें मनिंदर सिंह भाटी, द्वारकाधीश बंसल, मिलिंद रमेश फड़के, अमरनाथ (केसरवानी), प्रकाश चंद्र गुप्ता और दिनेश कुमार पालीवाल शामिल हैं। राष्ट्रपति ने उड़ीसा हाई कोर्ट के जज के रूप में जिन सात नामों को नियुक्ति किया है, उनमें वी नारासिंह, बिराजा प्रसन्ना सतपथी और मुराहरि श्रीरमन शामिल हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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