इंदौर। प्रशासन ने एक बार फिर कोरोना (Corona) की तीसरी लहर लगभग समाप्त होने के बाद ऑपरेशन भूमाफिया (Operation Land-mafia) को गति दी है। एक साथ कई अवैध कॉलोनाइजरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के साथ गृह निर्माण संस्थाओं के फर्जीवाड़े में भी जांच-पड़ताल तेज की गई। कल थाना कनाडिय़ा पर अपर अपर तहसीलदार ने टिगरियाराव की जमीन 7/18 पर अवैध कालोनी काटने के मामले में कैलाश अग्रवाल, महेश अग्रवाल और अमन यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। इसी तरह जामनियाखुर्द और बिहाडिय़ा में भी अवैध कालोनाइजेशन के मामले में संबंधित थानों पर एफआईआर दर्ज करवाई गई है।
प्रशासन को ज्योति केराट, सूरज नावरे व अन्य ने टिगरियाराव की अवैध कालोनी के संबंध में शिकायत की थी। कलेक्टर मनीष सिंह ने अपर कलेक्टर राजेश राठौर और अपर तहसीलदार सीराज खान से जांच करवाई और इस मामले में दोषी पाए गए कालोनाइजरों के खिलाफ अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर ने कल एफआईआर दर्ज करवा दी। इसी तरह ग्राम बिहाडिय़ा में सर्वे नम्बर 30/4, 7/5 पर भी अवैध कालोनी की शिकायत प्रशासन को मिली। शुभम सोनकर द्वारा यह अवैध कालोनी विकसित की जा रही है, जिसके लिए डायवर्शन, विकास अनुमति और नगर तथा ग्राम निवेश से कोई अनुमति नहीं ली गई और कई लोगों को भूखंड बेच दिए। ऐसे ठगाए लोगों ने प्रशासन को शिकायत भी दर्ज करवाई, जिसके चलते राजस्व निरीक्षक ने खुड़ैल थाने पर उक्त एफआईआर दर्ज करवाई। इसी तरह भिचौली हब्सी क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक ने जामनियाखुर्द की जमीन सर्वे नं. 203 पर अवैध कालोनी काटने के मामले में रामप्रसाद जाटव के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। यहां कई भूखंड लोगों को अवैध रूप से बेच दिए गए। वहीं पिछले दिनों अग्निबाण ने नायता मुंडला स्थित सेटेलाइट हिल्स में हुए घोटालों को उजागर किया था, जिसमें सेटेलाइट इन्फ्रा एंड रियल इस्टेट के अमित टोंग्या ने अवैध रूप से बेची गई जमीनों का खुलासा किया था। कलेक्टर मनीष सिंह ने इस पूरे मामले की जांच करवाई, जिसमें यह साबित हुआ कि सेटेलाइट इन्फ्रा एंड रियल इस्टेट के प्रतिनिधि के रूप में टोंग्या ने अवैध रूप से जमीन बेचे और फर्म ने उसे इसके अधिकार दिए ही नहीं थे।
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