नई दिल्ली। Meta के लिए यूरोप में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं, जिसके बाद कंपनी वहां अपनी कुछ सेवाओं को बंद कर सकती है. रिपोर्ट्स की मानें तो Meta ने अपनी ऐनुअल रिपोर्ट में बताया कि अगर कंपनी को अपने यूरोपीय यूजर्स का डेटा अमेरिका बेस्ड सर्वर्स पर ट्रांसफर, स्टोर और प्रॉसेस करने का ऑप्शन नहीं मिलेगा, तो यूरोप में Facebook और Instagram जैसी सेवाएं बंद करनी पड़ सकती है।
यूरोप में फिलहाल डेटा ट्रांसफर को लेकर कड़े कदम उठाएं जा रहे हैं. अब तक कंपनियों को Privacy Shield और दूसरे मॉडल एग्रीमेंट्स के जरिए डेटा ट्रांसफर का ऑप्शन मिल रहा था. Meta इन्हीं की मदद से यूरोपीय यूजर्स का डेटा अमेरिकी सर्वर पर स्टोर कर रही थी, लेकिन पिछले दिनों इस कानून को अमान्य कर दिया गया है.
क्या है Meta की परेशानी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूएस सिक्योरिटीज और एक्सचेंज कमीशन को अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट में Meta ने बताया है कि अगर एक नया फ्रेमवर्क तैयार नहीं किया गया या उन्हें मौजूदा मॉडल इस्तेमाल नहीं करने दिया गया तो कंपनी यूरोप में Facebook और Instagram जैसी सेवाएं नहीं दे सकेगी.
पहले यूरोपीय डेटा को अमेरिकी सर्वर पर ट्रांसफर करने के लिए कंपनियां Privacy Shield कानून का इस्तेमाल कर रही थी. हालांकि, जुलाई 2020 में यूरोपीय कोर्ट ने इसे रद्द कर दिया है।
Privacy Shield के अलावा Meta यूरोपीय यूजर्स का डेटा अमेरिकी सर्वर पर स्टोर करने के लिए Standard Contractual Clauses का इस्तेमाल कर रही है, लेकिन यह मॉडल एग्रीमेंट्स भी Brussels समेत यूरोप के कई दूसरे हिस्सों में जांच के दायरे में हैं।
Meta ने क्या कहा?
City A.M. की रिपोर्ट के मुताबिक, Meta के लंदन बेस्ड टेक मीडिया और ऐडवर्टाइजिंग कम्यूनिकेशन लीडर John Nolan ने इन रिपोर्ट्स को खारीज नहीं किया है. उन्होंने एक Meta के ग्लोबल अफेयर्स और कम्युनिकेशन्स VP, Nick Clegg का एक बयान शेयर किया है।
Nick ने कहा है कि बिजनेसेस को स्पष्ट, ग्लोबल नियमों की जरूरत होती है, जो मजबूत कानून के आधार पर हों, ताकि लंबे समय तक ट्रांस-अटलांटिक डेटा फ्लो को प्रोटेक्ट किया जा सके।
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