उज्जैन। शहर के मध्य स्थित दूधतलाई स्थित गुरुद्वारे में आज सुबह एक लाश मिलने से सनसनी फैल गई। गुरुद्वार के एक कमरे में समाज का एक व्यक्ति ठहरा हुआ था जिसने आत्महत्या कर ली। रात में उसने कमरे में अपनी पगड़ी से फंदा बनाय और फाँसी पर झूल गया। सुबह यहां के प्रभारी ने देखा तो कमरे में उसकी लाश लटकी मिली। सूचना के बाद देवासगेट पुलिस मौके पर आ गई थी। देवासगेट थानाप्रभारी राममूर्ति शाक्य ने बताया कि आज सुबह गुरुद्वारा दूधतलाई के सेवादार रमेशकुमार ने सूचना दी कि गुरुद्वारा के कमरा नंबर 1 में ठहरे देवास निवासी सिख व्यक्ति ने फाँसी लगा ली है। इस सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और एफएसएल अधिकारी प्रीति गायकवाड़ भी मौके पर आ गई। पुलिस ने मौके पर देखा तो मृतक ने पगड़ी से फंदा डाल रखा था और बाथरूम में खून बिखरा दिखा। मृतक ने बाथरूम में जाकर अपने हाथ की नस काटी थी। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है।
पूछताछ में सेवादार रमेश ने बताया कि कल शाम को वह एक्टिवा वाहन से यहाँ पहुँचा था और उसने बताया कि मैं ग्वालियर से आया हूँ और सुबह भोपाल जाना है। ठहरने के लिए कमरा चाहिए, इसके बाद उसे कमरा नंबर 1 में ठहरा दिया था लेकिन जब वह आज सुबह 8 बजे तक नहीं जागा तो सेवादार ने कमरे का दरवाजा बजाया लेकिन आवाज नहीं आई तो उसने अंदर झांका जहां उसकी लाश लटकी मिली। पुलिस ने शव जब्त कर कमरा सील कर दिया। उसके पास मिले कागजों के आधार पर उसकी पहचान कमलजीतसिंह पिता बग्गाजी निवासी मिश्रीनगर देवास है। इस पर पुलिस ने उसके परिजनों से संपर्क कर उसके द्वारा आत्महत्या करने की सूचना दी। परिजनों ने बताया कि वह कल सुबह घर से निकला था और शाम तक नहीं लौटा और फोन भी नहीं लगा तो थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उसका कामधंधा बंद था और उसकी वजह से वह तनाव में चल रहा था। पुलिस ने बताया कि परिजन उज्जैन के लिए रवाना हो गए हैं तथा उनके बयान दर्ज करने के बाद ही आत्महत्या का सही कारण सामने आएगा।
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