मुंबई। भारत (India) की स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का निधन हो गया है। 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने अंतिम सांस ली है। लता मंगेशकर के निधन की खबर से मनोरंजन जगत में सन्नाटा पसर गया है।
लता मंगेशकर को हुआ था कोरोना
लता मंगेशकर लगभग एक महीने से बीमार चल रही थीं। 8 जनवरी को उन्हें कोरोना संक्रमित होने के बाद लता उन्हे मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल (Breach Candy Hospital) में भर्ती कराया गया था। लता को कोरोना के साथ निमोनिया भी हुआ था। लता दीदी की उम्र को देखते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें आईसीयू में एडमिट किया था। तब से वह लगातार संघर्ष ही कर रही थीं। इलाज के दौरान बस 2 दिन के लिए उन्हें वेंटिलेटर से हटाया गया था। फिर जैसे ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी फिर से लता को वेंटिलेटर सपोर्ट पर लाया गया था.
वह प्रतिभाशाली संगीतकारों और गायकों के परिवार से आती हैं और उन्होंने 36 भाषाओं में 1,000 से अधिक फिल्मों के लिए गाया है। हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि गायिका ने मनोरंजन उद्योग में अपना करियर एक अभिनेता के रूप में शुरू किया था न कि एक गायक के रूप में। पहली मंगलागौर (1942), छत्रपति शिवाजी (1952), मंदिर (1948), बड़ी माँ (1945) से अपने शुरुआती करियर में दिखाई दी हैं।
78 साल के करियर में लता मंगेशकर ने 25 हजार गाने गाए।लता को कई सारे पुरस्कारों से नवाजा गया था।वे तीन बार नेशनल अवॉर्ड विनर रही थीं। इसके अलावा दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड और भारत रत्न से भी उन्हें नवाजा गया था।लता मंगेशकर ने 5 साल की उम्र में काम करना शुरू कर दिया था।जिस उम्र में बच्चे खेलते पढ़ते हैं तब लता मंगेशकर ने घर की जिम्मेदारी संभाली थी।अपने भाई-बहनों के बेहतर भविष्य के लिए कभी शादी नहीं की थी।
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