नई दिल्ली । देश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना (Coronavirus) के दैनिक मामलों (Daily cases) में गिरावट जारी है. केरल (Kerala) और मिजोरम के अलावा देश के अन्य सभी राज्यों में एक्टिव केस (Active cases) भी लगातार कम हो रहे हैं. देश के महानगरों में कोरोना से हालात बेहतर होते जा रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि देश में कोरोना की तीसरी लहर (Covid third wave) का पीक (Peak) अब निकल चुका है. आने वाले दिनों में केस तेजी से कम होंगे.
सफदरजंग अस्पताल के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. जुगल किशोर ने बताया कि देश में दिसंबर (December) के आखिरी सप्ताह में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हुई थी. 20 से 22 जनवरी के बीच कोरोना का पीक आ गया था. तब 20 जनरवरी को 3.47 लाख केस दर्ज किए गए थे. उसके बाद से ही केस लगातार कम हो रहे हैं. पिछले दो सप्ताह से नए मामलों में कमी जारी है. एक्टिव केस भी तेजी से घट रहे हैं.
इस हिसाब से देखें तो देश में तीसरी लहर का पीक अब चला गया है. आने वाले दिनों में हम देखेंगे की केस तेजी से कम होंगे. हालांकि अभी भी लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. क्योंकि कोरोना का वायरस कभी भी अपना स्वरूप बदल सकता है. ऐसे में खतरा भी बना रहता है. डॉ. किशोर के मुताबिक ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron variant) के हल्के प्रभाव के कारण ही इस बार यह लहर कम घातक रही. पिछली दो लहरों की तुलना में इस बार हॉस्टिपटलाइजेशन काफी कम हुआ है.
देश में पिछले 24 घंटे में 1072 मौतें हुईं. अब तक कोरोना संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले लोगों की संख्या पांच लाख के आंकड़े को पार कर गई है. इससे भारत दुनिया का तीसरा ऐसा देश बन गया है, जहां कोरोना से पांच लाख से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं. दुनिया में अमेरिका में सबसे ज्यादा 9.1 लाख मौतें हुई हैं. दूसरे नंबर पर ब्राजील है जहां 6.3 लाख से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं. कोविड एक्सपर्ट डॉ. कमलजीत सिंह का कहना है कि मौतों की संख्या पिछले कुछ दिनों से बढ़ रही है. इसका प्रमुख कारण है कि केरल से पुरानी मौतें दर्ज की जा रही हैं. एक सप्ताह बाद मौत के मामलों में कमी आने की संभावना है.
बतादें कि देश में एक महीने में 15 से 18 साल तक के 66 फीसदी किशोंरों का टीकाकरण (Vaccination) हो गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अब तक 4.9 करोड़ किशोंरों को वैक्सीन की पहली डोज लग गई है. इस आयु वर्ग के टीकाकरण में देश में हिमाचल प्रदेश पहले स्थान पर है. यहां 85.3 फीसदी को पहली खुराक लग गई है.
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