वॉशिंगटन। कोरोना वायरस संक्रमण (Corona virus) से हो रही मौतों को रोकने में लॉकडाउन (lockdown) खास मददगार नहीं रहा है. इस बात के संकेत हाल ही में आई एक स्टडी में मिले हैं. शोधकर्ताओं ने पाया है कि अमेरिका (US) और यूरोप (Europe) में कोविड-19 (Covid-19) से होने वाली मौतों को कम करने में लॉकडाउन (Lockdown) का प्रभाव कम या न के बराबर था. स्टडी में कहा गया है कि लॉकडाउन के अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव (bad effect on the economy) पड़ा और सामाजिक स्तर पर भी नुकसान (loss at the social level) पहुंचाया.
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (Johns Hopkins University) में कई साइंटिफिक स्टडीज की समीक्षा की गई. शोधकर्ताओं ने पाया है कि 2020 में महामारी के शुरुआती चरण में लॉकडाउन ने कोविड-19 के चलते मृत्युदर करीब 0.2 फीसदी कम की है. शोधकर्ताओं ने लिखा, ‘हमें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि लॉकडाउन, स्कूल बंद करने, बॉर्डर बंद करने और लोगों की सीमित मुलाकात का कोविड-19 मृत्युदर पर खास असर पड़ा हो.’
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इसने आर्थिक गतिविधियों को कम करने, बेरोजगारी बढ़ाने, स्कूल की गतिविधियां कम करने, सियासी तनाव बढ़ाने, घरेलू हिंसा बढ़ाने और उदार लोकतंत्र को कम करने में योगदान दिया है.’ शोधकर्ताओं की टीम में स्टीव हेंक, जोनस हर्बी और लार्स जोनंग शामिल रहे. उन्होंने लिखा, ‘कुल मिलाकर, हमने पाया है कि महामारी के दौरान मृत्युदर कम करने के लिए लॉकडाउन असरदार उपाय नहीं हैं. कम से कम कोविड-19 महामारी की पहली लहर में तो नहीं.’ शोधकर्ताओं ने महामारी के शुरुआत में हुई मौतों की जांच के बाद यह बात कही है. उन्होंने पाया कि स्टडी में शामिल की गई लॉकडाउन अवधि के अंत यानि 20 मई 2020 तक अमेरिका में कोविड से 97 हजार 081 लोगों की मौत हुई थी. उस दौरान एक बड़ी स्टडी ने लॉकडाउन के बगैर 99 हजार 50 मौतों का अनुमान लगाया था. कोविड मृत्युदर की जांच करने वाली दर्जनों स्टडीज का शोधकर्ताओं ने ‘मेटा एनालिसिस’ किया. शोधकर्ताओं ने पाया कि बार बंद करने ने मौतों को कम करने में कुछ योगदान किया है. उन्होंने कहा, ‘गैर-जरूरी कारोबार बंद करने से कुछ असर पड़ा है (कोविड मृत्यु दर को 10.6 फीसदी तक कम करना), संभावना है कि इसके तार बार के बंद होने से जुड़े हैं.’ जानकारों ने कहा कि लॉकडाउन का समय और अनेपक्षित परिणाम मृत्युदर को प्रभावित करने में उम्मीद से ज्यादा बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.