वॉशिंगटन। कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) का कारण बनने वाला SARS-CoV-2 वायरस एक असामान्य मामले में एक व्यक्ति को 200 दिनों से अधिक समय तक संक्रमित कर सकता है. ‘फ्रंटियर्स इन मेडिसिन जर्नल’ (Frontiers in Medicine Journal) में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में यह पता चला है. SARS-CoV-2 द्वारा संक्रमण का असामान्य मामला पाश्चर-यूएसपी साइंटिफिक प्लेटफॉर्म (Pasteur-USP Scientific Platform) से संबद्ध शोधकर्ताओं द्वारा अप्रैल और नवंबर 2020 के बीच साप्ताहिक आधार पर किए गए 38 ब्राज़ीलियाई मरीजों के अध्ययन का हिस्सा था. यह प्लेटफॉर्म फ्रांस के पाश्चर संस्थान (Pasteur Institute) और ब्राजील के यूनिवर्सिटी ऑफ साओ पाउलो (USP) व ओसवाल्डो क्रूज़ फाउंडेशन (Fiocruz) के बीच एक अहम साझेदारी है.
मरीजों को उस वक्त तक के लिए निगरानी में रखा गया, जब तक कि आरटी-क्यूपीसीआर द्वारा लगातार दो या तीन बार उनका कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ गया. इस स्टडी को एफएपीईएसपी (Sao Paulo Research Foundation) द्वारा सहयोग दिया गया था. देखा जाए तो, यह अध्ययन कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मरीजों के लिए क्वारंटाइन समय को सात, दस या चौदह दिनों तक सीमित करने के जोखिम के बारे में एक चेतावनी की तरह है. शुरुआत में इस बीमारी से निपटने के लिए कोविड प्रोटोकॉल के अंतर्गत क्वारंटाइन के लिए इतने ही दिन निर्धारित किए गए थे. इसके साथ ही टीकाकरण, सामाजिक दूरी और मास्क पहनने के महत्व पर जोर दिया गया है. स्टडी को लिखने वाले पहले लेखक मारियल्टन डॉस पासोस कुन्हा (Marielton dos Passos Cunha) ने कहा, “हमने जिन 38 मामलों को ट्रैक किया, उनमें से दो पुरुष और एक महिला इस अर्थ में असामान्य थे कि उनके शरीर में 70 दिनों से अधिक समय तक लगातार वायरस का पता चला था. इस परिणाम के आधार पर हम कह सकते हैं कि लगभग 8 प्रतिशत लोग SARS-CoV-2 से संक्रमित हैं और वे संक्रमण के अंतिम चरण के दौरान किसी भी लक्षण को प्रकट किए बिना, दो महीने से अधिक समय तक वायरस को फैलाने में सक्षम हो सकते हैं.” पाश्चर-यूएसपी साइंटिफिक प्लेटफॉर्म के कोऑर्डिनेटर्स में से एक और अध्ययन के प्रमुख खोजकर्ता पाओला मिनोप्रियो (Paola Minoprio) ने कहा, “हम जानना चाहते थे कि क्या 14 दिनों की क्वारंटाइन अवधि वास्तव में वायरस का पता लगाने योग्य होने से रोकने के लिए काफी थी. हमने निष्कर्ष निकाला कि यह समय पर्याप्त नहीं था. एक मरीज को कोविड-19 नकारात्मक परीक्षण करने में एक महीने लग सकते हैं और हमारे अध्ययन सहित कुछ मामलों में मरीज 71 से 232 दिनों तक कोरोना पॉजिटिव रहे.”