लंदन। 37 साल की महिला (37 year old woman) को एक अजीब सी बीमारी (strange disease) लगी हुई है जिसके कारण उसे खाने में असहनीय दर्द (unbearable pain in eating) होता है. निकोलेट बेकर (Nicolette Baker) इस भयावह स्थिति के कारण कभी भी अपना जीवन ठीक से शुरू नहीं कर पाई है. जिसका अर्थ है कि वह असहनीय दर्द के बिना खा नहीं सकती हैं. इस महिला को अपनी जान बचाने के लिए इलाज कराने से पहले अब 10 लाख रुपये की जरूरत (Rs 10 lakh needed) है. वह इलाज के लिए जरूरी 80 लाख में से 70 लाख रुपये की व्यवस्था कर चुकी है.
निकोलेट बेकर (Nicolette Baker) को लगभग एक दशक पहले सुपीरियर मेसेंटेरिक आर्टरी सिंड्रोम Superior Mesenteric Artery Syndrome (SMAS) का पता चला था. एक ऐसी स्थिति जिसका अर्थ है कि उसकी सुपीरियर मेसेंटेरिक धमनी उसके डियोडेनम और किडनी पर संकुचित हो रही है. जब वह खाने की कोशिश करती है तो उसे अकल्पनीय दर्द होता है. 37 साल की इस महिला का कहना है कि जेली बेबी जितना छोटा कुछ खाने से ऐसा लगता है जैसे कि उसने ‘क्रिसमस डिनर’ खत्म कर लिया है. उसकी आंत को ऐसा महसूस होता है कि वह फटने वाली है. वर्षों से उसे जबरन खिलाया गया था क्योंकि उसका वजन घटकर 21 किलोग्राम हो गया था. निकोलेट का कहना है कि जर्मनी में उसकी सर्जरी बुक हो गई है लेकिन उसे उन हफ्तों के लिए भुगतान करना होगा जो बाद में गहन देखभाल में बिताने होंगे क्योंकि उसका स्वास्थ्य बहुत खराब है. ऑपरेशन के लिए बस दो हफ्ते बचे हैं.