- हरिफाटक के नीचे टाटा ने नहीं शुरु किया काम-यही गति रही तो जून तक नहीं होगा कार्य
उज्जैन। हरिफाटक ब्रिज की चौथी भुजा से होकर चारधाम की ओर जाने वाली सड़क के नीचे सीवरेज लाईन डालने के लिए टाटा ने एक महीने पहले खुदाई की थी। इसके बाद से यहाँ कोई काम शुरु नहीं किया गया है। काम की गति धीमी देखते हुए कल मुख्यमंत्री ने भी उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा के बाद महाकाल विस्तारीकरण कार्यों के महाशिवरात्रि पर होने वाले लोकार्पण को जून महीने तक टाल दिया है। अगर यही रफ्तार काम की रही तो नई अवधि तक भी काम पूरा करना मुश्किल होगा। उल्लेखनीय है कि महाकाल क्षेत्र विस्तारीकरण योजना के काम पिछले दो साल से लगातार चल रहे हैं। 714 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में महाकाल मंदिर परिसर के चौड़ीकरण, सौंदर्यीकरण और यात्रियों की सुविधा बढ़ाने वाले कई निर्माण कार्य शामिल हैं। इसके अलावा महाकाल और हरसिद्धि के बीच स्थित रूद्रसागर के दोनों भागों का कायाकल्प भी इसी प्रोजेक्ट में शामिल हैं। कल शाम को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने अपनी पूर्व घोषणा जिसमें उन्होंने एक मार्च को महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी की तर्ज पर उज्जैन में भी महाकाल विस्तारीकरण योजना के पूर्ण हो चुके कार्यों का भव्य लोकार्पण करने का कहा था।
इतना ही नहीं इस दिन महाकाल क्षेत्र सहित पूरे शहर को लाखों दीपकों से जगमगाने की योजना भी बनी थी। कल जब उन्होंने बैठक में महाकाल विस्तारीकरण तथा रूद्रसागर विकास के कार्यों की समीक्षा वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की तो यह बात सामने आई कि महाशिवरात्रि तक मौजूदा गति से चल रहे कार्य पूर्ण नहीं हो पाएँगे। इसे देखते हुए उन्होंने लोकार्पण कार्यक्रम को 3 महीने बाद जून में करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जून में आयोजित महाकाल विस्तारीकरण योजना के पूर्ण हुए कार्यों का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से ही कराया जाएगा। हालांकि इस दिन मुख्यमंत्री ने लोकार्पण के अलावा शेष तय किए दीपोत्सव कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए कहा है। इधर टाटा प्रोजेक्ट कंपनी ने आज से करीब एक महीने पहले हरिफाटक ब्रिज की चौथी शाखा से होकर चारधाम मंदिर तिराहे तक जाने वाली सड़क को पूरी तरह भूमिगत सीवरेज की मेन लाईन डालने के लिए खोद दिया था। तभी से इस क्षेत्र के नागरिक आवागमन की समस्या से जूझ रहे हैं। टाटा ने अभी तक यहाँ खुदाई के बाद से पाईप लाईन डालने का काम शुरु नहीं किया है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि महाकाल विस्तारीकरण योजना के दायरे में आ रहे क्षेत्रों में भी टाटा कंपनी काम की गति नहीं बढ़ाना चाहती। अन्य कार्यों की भी यही स्पीड रही तो जून महीने तक भी कई काम पूरे नहीं हो पाएँगे। हालांकि अधिकारी दावा कर रहे हैं कि महाकाल विस्तारीकरण के काम 90 प्रतिशत तक पूरे किए जा चुके हैं। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जून तक का समय देते हुए कहा है कि तब तक काम पूरे होने चाहिए तथा रूद्रसागर में हमेशा साफ पानी नजर आना चाहिए और श्रद्धालुओं के लिए ज्यादा से ज्यादा सुविधाओं वाले काम प्राथमिकता के साथ पूरे होने चाहिए ताकि श्रद्धालु यहाँ आए तो उज्जैन में दो-तीन दिन ठहर सकें।