पुणे। महाराष्ट्र (corona cases in maharashtra) के हाई रिस्क शहरों में कोविड (COVID) की साप्ताहिक सकारात्मकता दर (Positivity Rate) से पता चलता है कि पुणे में मुंबई, ठाणे, वर्धा, अकोला और नासिक की तुलना में सबसे अधिक सकारात्मकता दर 49.9 प्रतिशत है. यह दर पिछले सप्ताह दर्ज की गई राज्य के औसत 24 प्रतिशत से दोगुना है. देश में महाराष्ट्र के कोविड केसों (Covid-19 cases in Maharashtra) को लेकर चिंता बनी हुई है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 17 से 24 जनवरी के बीच हुए आरटी-पीसीआर टेस्ट के माध्यम से कुल 84,902 लोगों का टेस्ट पॉजिटिव आया है. वहीं, रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) के साथ-साथ आरटी-पीसीआर के लिए कुल 2.22 लाख नमूनों का परीक्षण किया गया, जिसमें 97,838 लोग पॉजिटिव पाए गए. इसमें वीकली पॉजिटिविटी रेट, जो बीते सात दिनों का औसत है, उससे पता चलता है कि कोरोना वायरस बहुत तेजी से फैल रहा है।
पीएमसी के सहायक स्वास्थ्य प्रमुख डॉ संजीव वावरे ने कहा कि पुणे शहर में कोरोना दर खतरनाक स्थिति में पहुंच रही है. इसे रोकने के लिए तुरंत कड़े कदम उठाने होंगे. वहीं विशेषज्ञों ने इस रेट को पीक पीरियड बताया है. उन्होंने कहा है कि यह ओमिक्रॉन के कारण हो रहा है, आने वाले दस दिनों तक हालात ऐसे ही बने रह सकते हैं. इस दौरान लोगों को अत्यंत सतर्कता बरतना चाहिए और घरों के अंदर ही रहना चाहिए. वावरे ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि 10-15 दिन बाद मामले कम होने लगेंगे. इसी तरह के रुझान मुंबई जिले में देखे गए हैं।
इधर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भगवान पवार ने कहा कि अत्यधिक संक्रमणीय स्ट्रेन ओमिक्रॉन भी कम्युनिटी स्प्रेड फेज में पहुंच गया है. वहीं जांच में बढ़ोतरी की गई है, इससे भी पॉजिटिविटी रेट अभी भी काफी अधिक है. उन्होंने कहा कि हम मुंबई से 10-15 दिन पीछे चल रहे हैं, अगले हफ्तों में यहां भी केस कम हो जाएंगे. बहुत कम रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ऐसे में केसों की संख्या से घबराने की जरूरत नहीं है. लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए।
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