नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना कोरोना वायरस (Corona virus) का कहर भारत सहित पूरी दुनिया में अपने पैर पूरी तरह से पसार चुका है। इस समय समय भारत में हर दिन लाखों की संख्या में मरीज आ रहे हैं। पहली लहर के बाद दूसरी लहर और अब तीसरी लहर (third wave) ने रिकार्ड तोड़ दिए हैं, हालांकि कोरोना को लेकर ज्यादातर लोगों में यह धारणा बन चुकी है कि अब इसके वैरिएंट (Variant) से घबराने की जरूरत नहीं है। कुछ लोग तो यह भी मानते हैं कि कोरोना अब खत्म हो चुका है, किन्तु यह गलत है, क्योंकि देश में प्रतिदिन 3 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। आने वाले दिनों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले (Omicron variant cases) तेजी से बढ़ सकते हैं।
नए कोरोना संक्रमितों में 16.39 फीसदी की कमी
देश में कोरोना की साप्ताहिक संक्रमण दर 17.17 फीसदी दर्ज की गई है। बीते सोमवार को देश में यह संक्रमण दर 20.7 फीसदी थी। आंकड़ों के अनुसार पिछले दिन के मुकाबले नए संक्रमितों में करीब 50 हजार (16.39 फीसदी) की कमी आई है। वहीं रविवार की तुलना में सोमवार को आठ फीसदी से अधिक की गिरावट भी देखने को मिली थी।
इससे पहले सोमवार को देश में 3,06,064 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। वहीं रविवार को 3,33,533 नए कोरोना संक्रमित मिले थे। इससे एक दिन पहले शनिवार को 3.37 लाख और शुक्रवार को 3.47 लाख लोग संक्रमित मिले थे। इसी के साथ ही देश में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या में भी कमी आई है। वर्तमान में 22,36,842 कोरोना मरीज उपचाराधीन हैं।
इनके अलावा देश में अब तक 3,70,71,898 मरीज संक्रमण से ठीक हुए हैं लेकिन 4,90,462 मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में अकेले केरल राज्य में ही 171 मौतें दर्ज हुई हैं। इनमें पुरानी मौतें भी शामिल हैं। इनके अलावा तमिलनाडु में 46 और पंजाब में 45 लोगों की मौत हुई है। वहीं पश्चिम बंगाल में 37 और दिल्ली में 30 मरीजों ने संक्रमण के चलते दम तोड़ दिया।’
ऐसे समझे तीनों लहरों का गणित
वहीं कोरोना की पहली कहर की बात करें तो मार्च 2021 से ही संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे। देश में कोरोना का पहला केस 30 जनवरी 2020 को केरल में सामने आया था। पहली लहर का पीक 17 सितंबर 2020 को आया था। उस दिन करीब 98 हजार केस सामने आए थे. 10 फरवरी 2021 से पहली लहर कमजोर हुई और मामले कम होने लगे. पहली लहर करीब 377 दिन तक चली थी। इस दौरान 1.08 करोड़ मामले सामने आए थे और 1.55 लाख मौतें हुई थीं।
जबकि दूसरी लहर के दौरान भी इससे ज्यादा लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। अप्रैल और मई में दूसरी लहर अपने चरम पर थी।1 अप्रैल से 31 मई यानी 61 दिन तक कोरोना की दूसरी लहर ने जमकर तबाही मचाई। इस दौरान 1.60 करोड़ नए मरीज मिले। 1.69 लाख लोगों की मौत हुई।
वहीं तीसरी लहर इस समय अपने चरम पर चल रही है। इस समय तो और नए वायरस यानि ओमिक्रॉन का कहर है। इस वजह से देश में तीसरी लहर की शुरुआत हुई। दिसंबर 2021 से तीसरी लहर शुरू हुई थी जो अभी चल रही है आए दिन लाखों मरीज इसके सामने आ रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की संस्था ‘इंसाकोग’ ने साफ कहा है कि दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में कम्युनिटी स्प्रेड हो चुका है और देश के कई शहरों में ओमिक्रॉन के केस और बढ़ने वाले हैं।
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