हर साल की तरह इस बार भी 26 जनवरी (26 January) को भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस (73rd Republic Day) बड़ी धूमधाम से मनाने की तैयारियां की जा रही हैं। देश की राजधानी दिल्ली में हर साल धूमधाम (fanfare) के साथ मनाए जाने वाले गणतंत्र दिवस समारोह (Republic Day) पर इस बार कोरोना वायरस संक्रमण (Cpov)पिछले साल की तरह इस बार भी का मंडराया हुआ है। इसके चलते इस बार भी कोई विदेशी मुख्य अतिथि या राष्ट्राध्यक्ष (foreign chief guest or head of state) शामिल नहीं होगा, हालांकि कोरोना को देखते हुए कई प्रोटोकॉल के तहत समारोह का आयोजन किया जाएगा।
बता दें कि 26 जनवरी को भारत अपना गणतंत्र दिवस बड़ी धूमधाम से मनाता आ रहा है जिसमें परेड के दौरान विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को भी आमंत्रित करता आ रहा है, लेकिन पिछले दो साल से जिस तरह वैश्विक महामारी कोरोना का कहर देखने को मिल रहा है यह सभी मालूम है। यही कारण है कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए इस बार भी बिना विदेशी मेहमान के समारोह मनाया जाएगा। यानी बीते साल की तरह इस साल भी बिनी किसी विदेशी मुख्य अतिथि के ही राजपथ पर परेड का आयोजन किया जाएगा, हालांकि इस संबंध में अभी कहीं से भी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है।
विदित हो कि हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर किसी भी देश का राष्ट्राध्यक्ष परेड में शामिल होते हैं। शुरू से ही यह परंपरा हमारे देश में रही है। इस बार गणतंत्र दिवस की परेड के लिए पांच मध्य एशियाई देशों को आमंत्रित किया गया था. कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं को समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बुलाया गया था, लेकिन कोरोना के कारण बिगड़ते हालात को देखते हुए इनका समारोह में शामिल होना मुश्किल है, हालांकि इस संबंध में अभी कहीं से भी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है।
वहीं दूसरी तरफ यह भी सुनने में आ रहा है कि 26 जनवरी 2022 को गणतंत्र दिवस (Republic Day) की परेड भी आधा घंटा देर से शुरू होगी। बीते 75 सालों में गणतंत्र दिवस की परेड में कभी देरी नहीं हुई। दरअसल, इस बार देश में कोरोना की तीसरी लहर और श्रद्धांजलि सभा के कारण परेड थोड़ी देर से शुरू होगी। परेड से पहले जम्मू-कश्मीर में जान गंवाने वाले सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी जाएगी, इसके बाद परेड शुरू होगी।