चंडीगढ़। अवैध बालू खनन व मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भतीजे भूपिंदर सिंह हनी और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई जारी है। मंगलवार को ईडी ने 10 स्थानों पर छापे मारे थे। इस दौरान जांच एजेंसी ने हनी और उसके सहयोगी के आवास से छह करोड़ रुपये और प्रापर्टी के कागजात बरामद किए थे। बुधवार को एजेंसी ने 3.9 करोड़ रुपये की नकदी और बरामद की है। अब तक इनके ठिकानों से 10.7 करोड़ रुपये की नकदी छापेमारी के दौरान बरामद की जा सकी है।
ईडी ने मंगलवार तड़के मोहाली, लुधियाना, पठानकोट व फतेहगढ़ साहिब में कार्रवाई शुरू की थी। सबसे पहले टीम हनी के मोहाली सेक्टर-70 होमलैंड हाइट्स स्थित आवास पर पहुंची। यहां से ईडी के अधिकारियों ने संदीप नाम के एक युवक को हिरासत में लिया और उसे लेकर लुधियाना पहुंची। लुधियाना में ईडी ने शहीद भगत सिंह नगर स्थित हनी और संदीप के घर पर छानबीन की।
सूत्रों के मुताबिक हनी के घर से चार करोड़ व संदीप के आवास से दो करोड़ रुपये मिले हैं। अधिकारियों की एक टीम फतेहगढ़ साहिब के हलका अमलोह के गांव बुग्गां कलां में कांग्रेस के पूर्व सरपंच रणदीप सिंह बुग्गा के घर भी पहुंची। यहां भी पूरे दिन अधिकारियों की टीम डेरा डाले रही। पूर्व सरपंच कैबिनेट मंत्री और हलका अमलोह के विधायक रणदीप सिंह नाभा के करीबी बताए जा रहे हैं। सभी जगहों पर जांच एजेंसी के अधिकारियों के साथ सीआरपीएफ के जवान मौजूद रहे।
इस मामले में मारे हैं छापे
सूत्रों से पता चला है कि साल 2018 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह राज्य के मुख्यमंत्री थे, उस समय अवैध खनन का मामला सामने आया था। पंजाब पुलिस ने केस दर्ज कर इस मामले में चालान पेश कर दिया था। हालांकि उसमें भूपिंदर सिंह का नाम नहीं था। एफआईआर के मुताबिक इस मामले में 26 आरोपी हैं। इसमें शामिल छह ठेकेदारों के खिलाफ ईडी जांच कर रही है। पंजाब पुलिस की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है। ईडी के अधिकारियों के मुताबिक इस मामले में मुख्य आरोपी कुदरतदीप सिंह ने दो निदेशकों संदीप सिंह और भूपिंदर सिंह के साथ नई कंपनियां बनाई थीं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved